पहली बार आब्जक्टिव टाइप परीक्षा देने वाले छात्र बोले- गलती होते ही नंबर गया

कोरोना के बाद पहली बार छात्र परीक्षा देने पहुंचे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 09:02 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 09:02 PM (IST)
पहली बार आब्जक्टिव टाइप परीक्षा देने वाले छात्र बोले- गलती होते ही नंबर गया
पहली बार आब्जक्टिव टाइप परीक्षा देने वाले छात्र बोले- गलती होते ही नंबर गया

फोटो - 35, 37, 38, 39, 49, 50

- कोरोना के बाद पहली बार छात्र परीक्षा देने पहुंचे, 7382 छात्र परीक्षा देने पहुंचे

- अबकी बार सीबीएसई की परीक्षा आब्जक्टिव टाइप थी, जबकि पहले सामान्य प्रश्न होते थे

जागरण संवाददाता, हिसार : कोरोना के बाद सीबीएसई 10वीं के छात्र पहली बार परीक्षा देने पहुंचे। इससे पहले छात्रों के पिछले नंबर के आधार पर पास किया गया था। इस दौरान छात्र-छात्राओं के चेहरे पर खुशी का माहौल नजर आया और परीक्षा को लेकर भी छात्र काफी खुश थे, क्योंकि कई दिनों बाद आपस में मिलने का मौका मिला था। जिलेभर से 7382 छात्र परीक्षा देने पहुंचे। करीब 10 फीसदी बच्चे ऐसे थे, जो परीक्षा देने पहुंचे। पहली बार आब्जक्टिव टाइप परीक्षा देने पहुंचे छात्र बोले कि अगर प्रश्न गलत हुआ तो नंबर गया। पहले लिखते तो कुछ तो नंबर मिलते थे। कुछ छात्राओं ने आब्जक्टिव टाइप परीक्षा को बेहतर बताया, क्योंकि इसमें परीक्षा देने में समय कम लगता है।

सीबीएसई बोर्ड की ओर से परीक्षा अबकी बार आब्जक्टिव टाइप की गई थी और छात्रों को ओएमआर सीट दी गई थी। परीक्षा में 60 प्रश्न दिए गए थे, जिनमें से 50 प्रश्न अनिवार्य था। कुल परीक्षा 40 नंबर की थी। परीक्षा का समय भी डेढ़ घंटा था। वरना पहले सामान्य परीक्षा होती थी और पेपर भी तीन घंटे का होता था। मंगलवार को छात्रों का सामाजिक का पेपर हुआ। अब अगला पेपर 2 दिसंबर को विज्ञान का होगा। इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई थी, क्योंकि कोरोना को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया था। कोरोना से बचाव संबंधी छात्रों के लिए व्यवस्था की गई।

आज 12वीं का होगा पेपर

सीबीएसई 12वीं का बुधवार को समाजशास्त्र का पेपर होगा। इसे लेकर परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था कर ली गई और एहतियात बरतने के आदेश दिए गए है। अभी से परीक्षा केंद्रों पर तैयारी कर ली गई है।

कॉट्स

इस बार आब्जक्टिव टाइप प्रश्न थे। अगर जरा सा भी गलती से टिक मार्क हुआ तो समझो कि नंबर गया। पहले लिखित रूप से परीक्षा देते थे तो कुछ न कुछ नंबर मिलते थे। अब ऐसा नहीं।

फागुन, डोगरान मोहल्ला निवासी छात्र।

कॉट्स

वैसे इस बार परीक्षा देने में समय नहीं लगा और पेपर भी अच्छा हुआ है। पहले तीन घंटे तक परीक्षा होती थी। पेपर हुए तो अच्छे नंबर मिलेंगे।

केशव, डोगरान मोहल्ला निवासी छात्र।

वर्जन

सीबीएसई 10वीं के कुल 7382 छात्रों ने पंजीकरण करवाया था। सभी छात्र परीक्षा देने आए थे। कोरोना के बाद अभी परीक्षा हुई है। इस बार आब्जक्टिव टाइम सिस्टम था। परीक्षा से बच्चे काफी खुश दिखाई दे रहे थे।

इंदू शर्मा, जिला कार्डिनेट इंचार्ज।

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