जो मनुष्य परमात्मा का धन्यवाद नहीं करता, वह नासमझ : आचार्य सुश्रुत सामश्रमी
माडल टाउन स्थित आर्य समाज के वार्षिकोत्सव के तीसरे दिन आयोजित भजन-कार्यक्रम।
जागरण संवाददाता, हिसार।
माडल टाउन स्थित आर्य समाज के वार्षिकोत्सव के तीसरे दिन आयोजित भजन-सत्संग कार्यक्रम में बोलते हुए पानीपत से पधारे मुख्य प्रवक्ता आचार्य सुश्रुत सामश्रमी ने कहा कि जो मनुष्य प्रतिदिन परमपिता परमेश्वर का धन्यवाद नहीं करता वह कृतघ्न है। क्योंकि जिस परमेश्वर ने संसार के समस्त पदार्थों को बनाकर मनुष्यों को दिये, उसके गुण भूलकर अभिमानी बनना नासमझी है। परमेश्वर से अपने पूर्ण पुरुषार्थ के उपरांत प्रार्थना करनी चाहिये, जो निठल्ले होकर भगवान से मांगते रहते हैं उनकी प्रार्थना भगवान नहीं सुनता। फरीदाबाद से पधार से प्रदीप शास्त्री ने मानव तू अगर चाहे दुनिया को हरा देना, बस ईश्वर के आगे सिर अपना झुका देना, भजन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इससे पूर्व मंच का संचालन कर रहे आचार्य सूर्यदेव देवांशु ने सारी दुनिया झुकती उस इंसान के आगे जिस आदमी का सिर झुके भगवान के आगे भजन सुना कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रात: काल यज्ञ हुआ जिसमें अरविद बंसल, भारत बंसल, संदीप जैन, शील कुमार कुंडू ने यजमान बनकर यज्ञ में आहुति दी। सत्संग सभा में सेठ जगदीश प्रसाद आर्य, गंगादत्त अहलावत, रामकुमार रावलवासिया, पवन रावलवासिया, ओम सिंह लांबा, वीरेंद्र आर्य, चौधरी युद्धवीर आर्य, स्वामी ब्रह्मानंद आचार्य मानसिंह पाठक, आचार्य कर्मवीर शास्त्री, रमेश चुघ, सिम्मी काठपाल शशि कला आर्य, सविता वेदांशु आदि भी उपस्थित थे। वार्षिकोत्सव के तहत 18 सितम्बर तक रोजाना प्रात: 10.15 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक व रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक भजन व प्रवचन होंगे। 19 सितम्बर को कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रात: 9 बजे से दोपहर एक बजे तक भजन-प्रवचन होंगे। उसके बाद ऋषिभोज दिया जाएगा।