राम के मंच पर फूट का लावा

पूर्वमंत्री सावित्री जिदल तक से संस्था के सदस्यों ने साधा संपर्क पूर्वमंत्री ने भी पूछा-अनुमति मिली या नहीं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 07:02 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 07:02 AM (IST)
राम के मंच पर फूट का लावा
राम के मंच पर फूट का लावा

-पूर्वमंत्री सावित्री जिदल तक से संस्था के सदस्यों ने साधा संपर्क, पूर्वमंत्री ने भी पूछा-अनुमति मिली या नहीं

-ऐतिहासिक कटला रामलीला के मंचन पर पदाधिकारी भी एक राय नहीं

फोटो : 32, 33, 61, 62

जागरण संवाददाता, हिसार : शहर की ऐतिहासिक श्री रामलीला कमेटी कटला से जुड़े शहर के गणमान्य लोगों में आपसी फुट जगजाहिर होने लगी है। इनकी आपसी फुट का कही कारण है कि अभी तक रामलीला मंचन के लिए श्रीरामलीला कमेटी कटला प्रशासन से अनुमति को लेकर फाइनल निर्णय तक नहीं कर पाया है। हैरानी की बात तो यह है कि रामलीला मंचन में आठ दिन शेष रह गए है। मंचन को लेकर संशय शहर में चर्चाओं का विषय बना हुआ है लेकिन शहर के इन गणमान्य लोगों ने न तो चंदा इक्ट्ठा किया। न अनुमति ले पाए और न ही शहर के विधायक से लेकर डीसी तक से अनुमति पर मुलाकात की। यानि शुरुआत से ही मंचन व रावण दहन का फैसला लेने पर कमेटी के पदाधिकारियों की आपसी फुट हावी है। उधर कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए पदाधिकारियों ने पूर्वमंत्री सावित्री जिदल से संपर्क साधा तो उन्होंने कार्यक्रम होता है तो आने की बात अवश्य कही, लेकिन उन्होंने भी पूछा अनुमति मिली या नहीं।

जानें : आपसी फुट कब से आई सामने

11 सितंबर को कटला भवन में पदाधिकारियों की अंतिम औपचारिक मीटिग हुई। जिसमें आपसी मनमुटाव भी सामने आया। इसके बाद से आज तक महासचिव के अनुसार कोई भी औपचारिक मीटिग ही नहीं हुई है। महासचिव और कैशियर से अन्य पदाधिकारी व सदस्य दूरी बनाए हुए है। और अपनी मीटिगें कर रहे है। इसके अलावा सफल प्रधानों में से एक रहें वीरभान बंसल। जो विवादों के चलते पहले ही संस्था छोड़ चुके हैं। पशुपकड़ने वाली टीम के पास पर्याप्त नहीं पुलिस, मेले की पार्किंग में जुटी

मेले पर प्रशासन कितना मेहरबान है अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पशु पकड़ने वाली टीम अक्सर पर्याप्त पुलिस बल नहीं मिलने से सुरक्षा को लेकर चितित रहती है, उन पर हमले तक हो चुके हैं। उधर मेले में पार्किंग बेहतर हो इसके लिए अक्सर वहां पुलिस स्टाफ काम करता देखा जा सकता है।

ये भी जानें :

-संस्था से शहर के करीब एक हजार गणमान्य एवं समृद्ध लोग जुड़े हुए हैं।

-इसमें 50 कालेजियम है। जिसमें 39 हैड वर्तमान कार्य कर रहे है।

-रामलीला मंचन पैराणिक और ऐतिहासिक महत्व है।

पूर्व मंत्री से साधा संपर्क, उन्होंने भी कहा- अनुमति मिली या नहीं

श्रीरामलीला कमेटी से जुड़े लोगों ने जिदल परिवार से मुलाकात की। उन्होंने पूर्वमंत्री सावित्री जिदल से मंचन के लिए संपर्क साधा। सूत्रों के अनुसार उन्होंने भी कहा कि अनुमति मिली या नहीं। हालांकि उपप्रधान एवं कार्यकारी प्रधान की जिम्मेदारी निभा रहे मनोज बुड़ाकिया ने कहाकि उन्होंने मंचन में आने पर अपनी सहमति दी है। ये है जिम्मेदारों का तर्क

सतंबर को अंतिम मीटिग हुई। उसके बाद मुझे और कैशियर को तो बुला ही नहीं रहे है। वे आपस में ही मीटिग कर रहे है।

-कृष्ण लोहिया, महासचिव, श्रीरामलीला कमेटी कटला, हिसार। श्रीरामलीला कमेटी कटला के पदाधिकारी मंचन या रावण पुतला दहन के संबंध में मुझसे मिलने के लिए नहीं आए है। रहीं बात अलाटमेंट कि तो जो ग्रांउड किसी को अलाट किया हुआ है तो उसे हम किसी ओर को कैसे दे सकते हैं।

-डा. प्रियंका सोनी, डीसी, हिसार। मेरे पास रामलीला वाले आए थे। मैंने उनकी अप्लीकेशन पर नोटिग कर भेज दी थी। कोई समस्या आ रही है तो मुझसे मिल से इस संबंध में संबंधित अधिकारी से बातचीत की जाएगी।

-गौतम सरदाना, मेयर, हिसार।

chat bot
आपका साथी