लेखाकारों, यातायात और विविध भंडार के प्रभारियों को आइजी ने लंबित कार्य 15 दिन में निपटाने के आदेश दिए

हिसार मंडल के आइजी राकेश कुमार आर्य ने दिए निर्देश।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 07:56 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 07:56 PM (IST)
लेखाकारों, यातायात और विविध भंडार के प्रभारियों को आइजी ने लंबित कार्य 15 दिन में निपटाने के आदेश दिए
लेखाकारों, यातायात और विविध भंडार के प्रभारियों को आइजी ने लंबित कार्य 15 दिन में निपटाने के आदेश दिए

जागरण संवाददाता, हिसार: हिसार मंडल के आइजी राकेश कुमार आर्य ने मंडल के पांचों जिलों के लेखाकारों, यातायात और विविध भंडार के प्रभारियों से बैठक कर उन्हे अंपने काम में पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दिए। लेखाकारों को कार्य का निस्तारण समय-सीमा में पूरा करने को कहा। उनकी मांग पर कार्यालय की लंबित फाइलों के निपटान के लिए 15 दिन की समय-सीमा तय की। उन्होंने कहा कि बिना उचित कारण कार्यालय के काम में देरी लापरवाही के साथ-साथ भ्रष्टाचार का भी सूचक है और ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ प्रभावी अनुशासनात्मक एवं विभागीय कार्रवाई की जाएगी। मंडल के पांचों जिलों में उपपुलिस अधीक्षक की देखरेख में परचेज कमेटियों का गठन करने के निर्देश दिए। कमेटियों को जिलों मे जरुरत के मुताबिक खरीद करने और सरकारी व्यय में 30 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य दिया। उन्होंने हिसार मंडल के सभी कार्यालयों में कार्यो में समयबद्धता एवं पारदर्शिता के लिए इम्पलाइज चार्टर में निर्धारित समय-सीमा में कार्य का निस्तारण करवाने के निर्देश दिए। कर्मचारियों के कल्याण से सम्बन्धित अन्य कार्य जैसे चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिल मंजूरी, वेतन एरियर और पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के मेधावी बच्चों को वजीफे की धनराशि का समय पर निस्तारण करवाने को कहा। पेंडेंसी की शिकायतों पर समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा किसी भी कार्य अथवा बिल मंजूरी मे देरी का मुख्य कारण संबंधित कार्यालय द्वारा दस्तावेजों को त्रुटियों सहित अगले कार्यालय में अग्रेषित करना है जहां संबंधित फाईल पर आपत्ति लग जाती है व मंजूरी में अधिक समय लग जाता है। उन्होने हिसार मंडल के सभी जिलों से आए उप-पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए की हिसार मंडल कार्यालय में कोई भी फाइल भेजने से पहले शाखा प्रभारी संबंधित कागजात अथवा बिलों को ठीक से तैयार करें, कोई भी दस्तावेज अथवा बिल आधा-अधुरा ना हो। कर्मचारियों में कार्यकुशलता की कमी भी कार्य के निस्तारण में देरी का मुख्य कारण है, इसके लिए उन्हें विशेष ट्रेनिग देने को कहा।

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