जिसे डाक्टरों ने किया मृत घोषित, उसके दो घंटे बाद हिलने लगे हाथ-पांव

सिवानीमंडी एक सत्य कहावत है कि जाको राखे साइयां तो मार सके ना कोय..

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Apr 2019 07:21 AM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 07:21 AM (IST)
जिसे डाक्टरों ने किया मृत घोषित, उसके दो घंटे बाद हिलने लगे हाथ-पांव
जिसे डाक्टरों ने किया मृत घोषित, उसके दो घंटे बाद हिलने लगे हाथ-पांव

संवाद सहयोगी, सिवानीमंडी :

एक सत्य कहावत है कि जाको राखे साइयां, तो मार सके ना कोय..। यानी जिसका भगवान रखवाला है उसका बाल भी बांका नहीं हो सकता और जब रब ही रूठ जाए तो फिर उसका बचाव भी मुश्किल है। ऐसे ही वाक्या खंड के गांव ढाणी रामजस के सरपंच प्रतिनिधि विनोद कुमार के साथ हुआ है। जिनको निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने मृत घोषित कर वेंटीलेटर से उतार दिया और कागजी कार्रवाई में जुट गए। लेकिन दो घंटे बाद विनोद कुमार के हाथ पांव काम करने लगे तो उसके परिजन हैरत में पड़ गए।

इस बारे में विनोद के बड़े भाई अतुल कुमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके छोटे भाई की तबीयत खराब चल रही है और उसे इलाज के लिए हिसार के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। पांच दिन चले इलाज के बाद गुरुवार को डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर वेंटिलेटर से उतार दिया और परिजनों को इसकी सूचना दे दी। परिजनों ने भी इसकी सूचना गांव में भिजवा दी कि परिवार में ये घटना हो गई है। लेकिन इस दौरान कागजी कार्यवाही में लगे समय के दौरान निजी अस्पताल की एक सफाईकर्मी ने विनोद कुमार को हरकत करते देखा और इसकी सूचना डाक्टर को दी। जिसके बाद अस्पताल का पूरा स्टाफ हरकत में आ गया। हालांकि विनोद की स्थिति में कोई सुधार न देख परिजनों ने उसे दूसरे अस्पताल में रेफर करवा लिया।

अग्रोहा मेडिकल कालेज में नहीं मिला बेड

अतुल कुमार ने बताया कि उन्होंने विनोद को निजी अस्पताल से रेफर करवाकर अपने भाई को अग्रोहा मेडिकल कालेज ले गए। लेकिन वहां बेड उपलब्ध न होने पर उसे वापस हिसार के दूसरे निजी अस्पताल में लेकर आए जहां उनका अभी इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि उनका भाई विनोद अब पहले से काफी दुरुस्त है और उनको भरोसा है कि वो अपने दो बेटों के भाग्य से ठीक हो जाएगा। वो भगवान का शुक्र गुजार करते हैं कि उनके छोटे भाई को दोबारा से जन्म मिला है। गांव में हो गई थी सभी तैयारी

गांव ढाणी रामजस के समाज सेवी रोहताश श्योराण ने बताया कि गांव के सरपंच प्रतिनिधि विनोद कुमार की मृत्यु हो जाने की खबर गांव में आग की तरह फैल गई। गांव के लोग सरपंच के घर भी एकत्रित हो गए। लेकिन दो घंटे बाद ही सूचना मिली की विनोद को होश आ गया है। वो जीवित हो उठे हैं, जिसके बाद लोग घर से वापस आ गए। वही कुछ लोग उनसे मिलने हिसार के निजी अस्पताल भी पहुंचे।

chat bot
आपका साथी