टाउन पार्क की सुधरेगी दशा, प्रशासक ने ठेकेदार और कर्मचारियों को तलब कर लगाई फटकार
कागजों में आठ माली करते हैं काम हकीकत में तीन से ज्यादा कर्मचारी नहीं दिखते।
- कागजों में आठ माली करते हैं काम, हकीकत में तीन से ज्यादा कर्मचारी नहीं दिखते - नए प्रशासक से उम्मीद, पीएलए आरडब्ल्यूए प्रधान सतपाल ठाकुर ने एजेंसी का ठेका रद करने की मांग जागरण संवाददाता, हिसार : शहर का सिटी ऑफ हार्ट टाउन पार्क की दिन अब जल्दी बहुरेंगे इन दिनों यह बदहाल हालत में हैं। दैनिक जागरण ने इसकी बदहाली का मुद्दा उठाया था जिस पर प्रशासक ने एजेंसी के ठेकेदार और यहां काम करने वाले कर्मचारियों को तलब कर कड़ी फटकार लगाई। प्रशासक राजेश जोगपाल ने सभी कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि टाउन पार्क शहर के सबसे बड़े पार्काें में से एक है मगर इसकी हालत ऐसी है यहां रूकने का भी मन नहीं करता। पार्क में इतनी बड़ी-बड़ी घास है। डस्टबिन तक भरे रहते हैं। झूले टूटे हुए हैं। ऐसे में जब आप लोग घास तक नहीं काट सकते तो आठ से दस कर्मचारी एक पार्क में क्या कर रहे हैं। प्रशासक ने जिदल पार्क और जिदल ज्ञान केंद्र का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां आप लोगों की तुलना में आधे ही कर्मचारी है मगर वहां की सुंदरता देखते ही बनती है। प्रशासक ने अधिकारियों को आदेश दिए कि पार्क की रखरखाव की जिम्मेदारी संभालने वाली एजेंसी पर जुर्माना किया जाए और अगर फिर भी काम नहीं करे तो ठेका रद किया जाए। प्रशासन ने टाउन पार्क में सीजनल फूल, घास की निरंतर कटिग, बच्चों के लिए अच्छे झूले लगवाने के आदेश दिए। अभी टाउन पार्क में ये हैं समस्याएं - पार्क में घास व पौधों को कटाई व छटाई नहीं की जा रही। - सीजनल फूल पार्क में नहीं खिलते। नए पौधे नहीं लगाए गए। - पार्कमें शौचालय का कोई प्रबंध नहीं हैं। सुबह सैर करने स्वास्थ्य लाभ लेने आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
- पार्क में व्यायाम करने की मशीन और झूले टूटे हुए हैं जिन पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
- पार्क में कुत्तों का आतंक फैला हुआ हैं यह कुत्ते पार्क में आने वालों पर हमला करते हैं बच्चों और महिलाओं का घूमना मुश्किल हो गया है। टाउन की बदहाली को सुधारने के लिए मैने पार्क में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को तलब किया था। उनको पार्क की दिशा सुधारने और सीजनल फूल लगाने के आदेश दिए हैं। एजेंसी पर हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।
- राजेश जोगपाल, प्रशासक, एचएसवीपी