हिसार में मेले में मौज मस्ती करने गई थी 10 साल की बच्ची, मौत ने खींच लिया हाथ, दर्दनाक है ये घटना
धान्सू रोड पर बाबा रामेदव मंदिर के पास लगे मेले के दौरान जूस की मशीन की चपेट में आने से 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। घायल बच्ची को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
हिसार, जेएनएन। हिसार में धान्सू रोड पर बाबा रामेदव मंदिर के पास लगे मेले के दौरान जूस की मशीन की चपेट में आने से 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। घायल बच्ची को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। मामले में प्रत्यक्षदर्शी गन्ने के जूस की रेहड़ी लगाने वाले राकेश और बाढ़मेर में डयूटी पर तैनात सेनाकर्मी राहुल ने बताया कि दोपहर एक बजे के करीब धान्सू रोड पर आयोजित किए जा रहे बाबा रामदेव के मेले के दौरान मिर्जाुपर निवासी 10 वर्षीय काफी मेले के दौरान जूस की रेहड़ी के नजदीक सड़क किनारे खड़ी थी।
उस दौरान एक रोडवेज बस आई, बस को देखकर काफी डर गई और जूस की रेहड़ी की तरफ भागी। इसी दौरान वह जूस की मशीन से टकराई और उसके कपड़े मशीन के पट्टे में फंस गए। मशीन की चपेट में आने से मशीन ने काफी को घुमाकर सड़क पर जोर से पटक दिया। जिससे काफी की गर्दन टूट गई। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। मौके पर मौजूद जूस की रेहड़ी लगाने वाले राकेश और सैनिक राहुल ने गंभीर रूप से घायल बच्ची के लिए एंबुलेंस बुलाई।
वहीं इस दौरान ऑटो में बच्ची को अस्पताल ले जाने लगे तो थोड़ी दूरी पर एंबुलेंस आ गई। इसके बाद बच्ची को एंबुलेंस के जरिये सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन अस्पताल में चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। मामले में स्वजनों को बच्ची के स्वजनों को सूचित किया गया। जिसके बाद स्वजनों ने मामले में जानकारी ली। सूचना मिलने पर सदन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मृतका के शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
पुलिस ने मामले में प्रत्यक्षदर्शियों और स्वजनों के बयान पर इत्तफाकिया कार्रवाई की है। मंगलवार को मृतका का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। वहीं बच्ची के रिश्ते में भाई संदीप ने बताया कि काफी दूसरी कक्षा में पढ़ती थी, वह चार बहनों में दूसरे नंबर पर थी। वह ताउ के लड़के 35 वर्षीय निर्मल के साथ मेले में आई थी।
पहले पीएचसी लेकर गए
मामले में प्रत्यक्षदर्शी भैणी बादशाहपुर निवासी सैनिक राहुल ने बताया कि बच्ची के घायल होने पर वह उसे धान्सू स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए थे। वहां से उसे रेफर कर सिविल अस्पताल में भेजा गया।
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