सामान्य से दो डिग्री कम हुआ दिन का तापमान, रात्रि तापमान में भी गिरावट

बीते दिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण आई बारिश के बाद से तापमान में गिरावट आई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 04:30 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 04:30 AM (IST)
सामान्य से दो डिग्री कम हुआ दिन का तापमान, रात्रि तापमान में भी गिरावट
सामान्य से दो डिग्री कम हुआ दिन का तापमान, रात्रि तापमान में भी गिरावट

जागरण संवाददाता, हिसार :

बीते दिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण आई बारिश ने तापमान को कम करने का काम किया है। अभी तक जहां हिसार में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस चल रहा था जो अब सामान्य से 2 डिग्री घटकर 39 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान में भी गिरावट हो रही है। शनिवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री घटकर 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि राज्य में 9 मई तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है।

--------------- 5.2 एमएम हुई थी बारिश

दो दिन पहले वीरवार को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते तेज आंधी और बारिश हुई थी। हिसार में 5.2 एमएम बारिश दर्ज की गई। मई में आया यह पश्चिमी विक्षोभ अधिक सक्रिय रहा था, जबकि इससे पहले अप्रैल में आए पश्चिमी विक्षोभ सामान्य के बराबर ही रहे। मौसम विज्ञानियों की मानें तो एक माह में तीन से चार बार पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना रहती है। कई बार यह आकर भी गुजर जाते हैं मगर बारिश नहीं होती क्योंकि इनकी सक्रियता काफी कम होती है।

------------- 12 मई से बारिश आने की संभावना

हरियाणा में मौसम 15 मई तक आमतौर पर परिवर्तनशील बने रहने की संभावना है । हरियाणा में 9 व 10 मई को मौसम गर्म परन्तु बीच- बीच में हल्के बादल व हवा चलने की संभावना है। एक और पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण राज्य में 11 मई की रात्रि से मौसम में फिर से बदलाव आने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान के ऊपर बनने वाले एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन से 12 मई से 14 मई के बीच राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में तेज गति से धूलभरी हवा चलने व गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है जिससे दिन के तापमान में गिरावट तथा रात्रि तापमान में हल्की बढोतरी दर्ज होने की संभावना है। मौसम में बदलाव को लेकर किसान इन बातों का रखें ध्यान

1. गेहूं के भूसे/तूड़ी को सुरक्षित स्थानों पर अब तक न रखा हो या अच्छी प्रकार से नही ढका हो तो तेज हवा चलने व बारिश की संभावना को देखते हुए जल्दी से जल्दी तूड़ी को ढकें या सुरक्षित जगह रखें। 2. मंडी में गेहूं ले जाते समय तिरपाल अपने साथ अवश्य रखे ताकि संभावित बारिश से अनाज को भीगने से बचाया जा सके। 3. बारिश की संभावना को देखते हुए नरमा की बिजाई के लिए तैयार खेत में नमी संचित करें व अगले दो तीन दिन बिजाई रोक लें।

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