सिरसा में बिजली चोरी पकड़ने गई टीम को बनाया बंधक, मोबाइल छीन कर डाटा किया डिलीट

बिजली चोरी पकड़ने गई टीम को पुरानी केलनियां रोड पर बंधक बना लिया। टीम के साथ धक्का मुक्की की गई और उनके मोबाइल छीन लिये। बाद में मोबाइल का डाटा डिलीट कर उन्हें सौंप दिये। औद्योगिक क्षेत्र के एसडीओ मोहन लाल ने सदर थाना सिरसा में शिकायत दी है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 11:42 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 11:42 AM (IST)
सिरसा में बिजली चोरी पकड़ने गई टीम को बनाया बंधक, मोबाइल छीन कर डाटा किया डिलीट
सिरसा में बिजली चोरी टीम पर हमला कर दिया

जागरण संवाददाता, सिरसा : बिजली निगम द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए चलाए विशेष अभियान के तहत बिजली चोरी पकड़ने गई टीम को पुरानी केलनियां रोड पर बंधक बना लिया। टीम के साथ धक्का मुक्की की गई और उनके मोबाइल छीन लिये। बाद में मोबाइल का डाटा डिलीट कर उन्हें सौंप दिये। इस संबंध में औद्योगिक क्षेत्र के एसडीओ मोहन लाल ने सदर थाना सिरसा में शिकायत दी है। पुलिस को दी शिकायत में बताया कि जेई धर्मवीर, रामचंद्र व सूर्यकांत की अगुवाई में बिजली निगम की टीम पुरानी केलनिया रोड पर बिजली चोरी पकड़ने के लिए स्पेशल अभियान में लगी हुई थी। यहां सतनाम सिंह का घर है।

उस घर में गेट के पास मकान में सीधी कुंडी लगी हुई थी। जब टीम के सदस्य गेट के पास चैकिंग कर रहे थे तो संदीप व बलवंत ने उन्हें घर में कैद कर लिया और उनके साथ धक्का मुक्की की। संदीप व बलवंत ने उनसे उनका सरकारी मोबाइल भी छीन लिया और मोबाइल का डाटा डिलिट करके काफी देर बाद दिया। आरोपितों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में सदर थाना सिरसा पुलिस ने ड्युटी के दौरान बंधक बनाने ,धक्का मुकी करने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने ,मोबाइल का डाटा डिलेट करने बारे व धमकी देने का मामला दर्ज किया है।

वर्णनीय है कि बिजली निगम की टीम के द्वारा पिछले दो दिनों से प्रदेशभर में बिजली चोरी पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया हुआ है। अभियान के तहत दो दिनों में सिरसा में निगम की 15 टीमों ने 20 लाख 22 हजार रुपये के बिजली चोरी के मामले पकड़े हैं। टीम ने पहले दिन 155 जगहों पर छापेमारी करके 57 जगहों पर 80 किलोवाट बिजली चोरी पकड़ी और चोरों पर 10.22 लाख जुर्माना लगाया। दूसरे दिन टीम ने 132 जगहों पर दबिश दी और 37 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी। चोरों पर दस लाख रुपये जुर्माना किया। यह अभियान पूरी तरह से गोपनीय रखा गया और स्थानीय अधिकारियों को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई थी।

chat bot
आपका साथी