सुदेश शर्मा को राष्ट्रीय स्तर पर मिला बेस्ट एंटरप्रेन्योर अवार्ड

महिलाओं को इंटरनेट से व्यापार के नए अवसर तलाशने व उनकी कार्य को प्रोत्साहित करने वाली सुदेश शर्मा को राष्ट्रीय स्ता पर पुरस्कार मिला है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 08:23 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 08:23 PM (IST)
सुदेश शर्मा को राष्ट्रीय स्तर पर मिला बेस्ट एंटरप्रेन्योर अवार्ड
सुदेश शर्मा को राष्ट्रीय स्तर पर मिला बेस्ट एंटरप्रेन्योर अवार्ड

जागरण संवाददाता, हिसार : महिलाओं को इंटरनेट से व्यापार के नए अवसर तलाशने व उनकी कार्य बढ़ाने के प्रयासों के तहत देश में महिलाओं से संबंधित सोशल नेटवर्क सिरोंज और गूगल इंटरनेट साथी के एक्सेलरेटर प्रोग्राम में हिसार की महिला उद्यमियों का जादू सिर चढ़ कर बोला। देश भर में सर्वाधिक हिसार जिले की पांच महिलाओं ने इस प्रोजेक्ट में हिस्सा लिया, वहीं सातरोड निवासी सुदेश शर्मा को राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट एंटरप्रेन्योर अवार्ड से नवाजा गया है। उन्हें यह अवार्ड वेबिनार के दौरान सिरोंज की सीईओ एवं फाउंडर शायरी चहल ने प्रदान किया। बड़ी बात यह है कि राह ग्रुप फाउंडेशन की हिसार इकाई की महिला अध्यक्षा सुदेश शर्मा का कार्य राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे स्थान पर आंका गया है। इस अवार्ड के लिए देश भर से पांच सौ महिलाओं ने आनलाइन कामकाज करने व उसे बढ़ाने के लिए सिरोंज और गूगल इंटरनेट साथी एक्सेलरेटर प्रोग्राम में हिस्सा लिया था। करीब छह माह तक चले इस आनलाइन प्रोजेक्ट के तहत सुदेश शर्मा ने देश भर की महिला उद्यमियों को उनके आस-पास मिलने वाले कच्चे माल, भौतिक संसाधनों, इकाई स्थापना प्रक्रिया, समस्याओं का समाधान, विपणन कौशल, गहन बाजार सर्वेक्षण, कार्यशील पूंजी एवं नकद प्रबंधन, वस्तु की लागत एवं मूल्य निर्धारित, सम्प्रेक्षण कला, व्यावसायिक समझौते के बारे में प्रशिक्षण दिया था। साथ ही उन्होंने राह संस्था के 60 से अधिक ट्रेनिग सेंटर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं को कोरोना काल में आनलाइन ट्रेनिग दी थी।

इसके अलावा सुदेश शर्मा के प्रयासों से राह ग्रुप फाउंडेशन के बैनर तले 10 से अधिक ट्रेनिग सेंटर खुले थे। जो कि कोरोना काल में आनलाइन एडाप्शन की शक्ति का सबसे बड़ा नमूना था। उनके प्रयासों से मध्य प्रदेश तक में राह संस्था के ट्रेनिग सेंटर खुल गए थे। इसके अलावा उन्होंने करीब एक हजार महिलाओं को स्मार्टफोन व इंटरनेट के बारे में बताने के साथ-साथ इनके सकारात्मक उपयोग के लिए प्रशिक्षण दिया था। 14 वर्ष से नान स्टाप ट्रेनिग:

ब्यूटी पार्लर वाली मैडम के नाम से चर्चित राह क्लब हरियाणा की कौशल विकास अधिकारी सुदेश शर्मा ने वर्ष 2006 में सातरोड गांव में ही व्यक्तिगत स्तर पर बेटियों को ब्यूटी पार्लर व बुटीक सिखाना आरंभ किया। उसके बाद वे वर्ष 2011 से राह ग्रुप फाउंडेशन नामक संस्था से जुड़ गई और उन्होंने उसी के बैनर तले हिसार जिले के 22 गांवों में प्रशिक्षण दिया। उन्होंने सातरोड, चिड़ौद, रावत खेड़ा, तलवंडी रुक्का, तलवंडी राणा, लाडवा, ढंढूर, बड़वा, खोखा, हसनगढ़, चिकनवास, कालवास, चौधरीवास, भगाना, बहबलपुर, खेड़ी बरर्की, धांसू, आजाद नगर सहित हिसार शहर के अलग-अलग हिस्सों में तीन हजार से अधिक बेटियों को बुटीक व ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण प्रदान किया। सरकारी नौकरी ज्वाइन न करके बनाई अलग राह

एक तरफ लोग जहां सरकारी नौकरी के पीछे भागते हैं, वहीं सुदेश ने आइटीआइ इंस्पेक्टर की नौकरी ज्वाइन न करके महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का बीड़ा उठाया। पानीपत जिले के सालवन गांव में सुरता राम शर्मा के घर में जन्मी सुदेश शर्मा की शादी सातरोड निवासी अनुराग शर्मा से हुई। शादी के बाद सुदेश शर्मा ने सातरोड गांव की बेटियों को ब्यूटी पार्लर व बुटीक पार्लर की ट्रेनिग देने का संकल्प लिया।

क्या है इंटरनेट साथी प्रोजेक्ट:-

इंटरनेट साथी 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं और लड़कियों को चुनकर उन्हें मोबाइल और इंटरनेट की ट्रेनिग दी जाती है, फिर उन्हें एक स्मार्टफोन और एक टेबलेट (जिसमें अनलिमिटेड इंटरनेट डाटा होता है) दिया जाता है। ट्रेनिग के बाद ये इंटरनेट साथी अपने आसपास के गांवों की महिलाओं को इंटरनेट के प्रति जागरूक करती हैं। गुजरात सबसे आगे तो राजस्थान पिछड़ा:

गूगल के डेटा के मुताबिक गुजरात में सबसे ज्यादा 35 फीसद महिलाएं साथियों से सीखकर इंटरनेट इस्तेमाल कर रही हैं, जबकि राजस्थान में यह फीसद सबसे कम है।

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