छात्र संघ चुनाव : निर्विरोध चुनी गई कार्यकारिणी, बेटियों का रहा दबदबा

छात्र संघ चुनाव के लिए हुआ मतदान, छात्र संगठनों की अप्रत्यक्ष चुनाव नहीं होने देने की दी चेतावनी का असर दिखा कम

By manoj kumarEdited By: Publish:Tue, 16 Oct 2018 03:37 PM (IST) Updated:Wed, 17 Oct 2018 04:02 PM (IST)
छात्र संघ चुनाव : निर्विरोध चुनी गई कार्यकारिणी, बेटियों का रहा दबदबा
छात्र संघ चुनाव : निर्विरोध चुनी गई कार्यकारिणी, बेटियों का रहा दबदबा

जेएनएन, हिसार : छात्र संघ चुनाव बुधवार को संपन्‍न हुए तो इसके दो से तीन घंटे के बाद ही परिणाम भी घोषित कर दिया गया। इसमें छात्र संघ चुनाव की सेंट्रल बॉडी जीसीडब्‍ल्‍यू ने घोषणा करते हुए कहा कि कार्यकारिणी के सभी नौ सदस्‍यों को निर्विरोध चुना गया है। 9 सदस्‍यों की कार्यकारिणी में प्रत्‍येक फैकल्‍टी से तीन बेटियों को चुना गया। ऐसे में अब शिक्षण संस्‍थानों की चौधर बेटियों के हाथ भी होगी। वहीं बुधवार की सुबह लंबे इंतजार के बाद जीजेयू में छात्र संघ चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू हुई। जिस तरह से एबीवीपी को छोड़कर अन्‍य छात्र संगठन चुनाव बहिष्‍कार की बात कर रहे थे, उसका असर कम ही देखने को मिला। हालांकि परिणाम आने के बाद कुछ स्‍टूडेंटस यूनियन ने जाट कॉलेज के सामने प्रदर्शन भी किया। मंगलवार को ही छात्र संघ चुनाव के लिए पूरा शेड्यूल जारी कर दिया गया था। विद्यार्थी सुबह 9 से साढ़े 10 बजे के बीच ही कक्षा में एंट्री कर सके। इसके बाद वोटिंग के लिए किसी भी विद्यार्थी को कक्षा में प्रवेश नहीं करने दिया गया। वोटिंग शांतिपूर्ण हो, इसलिए हर विभाग में पुलिसकर्मियों की तैनाती रही। जिले के सभी संस्थानों में लगभग एक जैसा ही शेड्यूल रहा। 9 से साढ़े 10 बजे तक एंट्री होने के बाद 12 बजे तक कक्षाओं में वोटिंग शुरु हुई और दो बजे तक सभी कक्षाओं में पूरा परिणाम घोषित कर दिया गया। 

पुलिस कस्टडी में सीआर गए सेंट्रल प्लेस पर
गुजवि के छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं चुनाव अधिकारी प्रो. वीके बिश्नोई ने बताया कि कक्षाओं में जो सीआर जीता। उन्हें तुरंत क्लास इंचार्ज और पुलिस कस्टडी में ले लिया गया। पुलिस सुरक्षा में ही उन्हें सेंट्रल प्लेस पर ले जाया गया। जहां प्रेसीडेंट सहित अन्य सभी पदों का चुनाव हुआ। इसी जगह पर भोजन के बाद चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इसी दौरान चुने गए सीआर एक-दूसरे से प्रधान, उप-प्रधान, सचिव, संयुक्त सचिव और कार्यकारिणी के पांच अन्य सदस्यों के लिए नामांकन के लिए सलाह मशविरा किया। फिर ढाई बजे से साढ़े 3 बजे तक नामांकन हुआ अौर सभी को निर्विरोध चुन लिया गया।

 मंगलवार को प्रचार हुआ कम, सोमवार को रहा सही
सतलोक आश्रम प्रकरण में रामपाल पर आने वाले फैसले को लेकर और रोडवेज की हड़ताल के कारण बने तनाव के चलते मंगलवार को प्रत्‍याशी चुनाव प्रचार नहीं कर सके। मगर छात्र संघ चुनाव में सीआर (क्लास री-प्रेजेंटेटिव) का चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों ने सोमवार को जमकर प्रचार अभियान चलाया। सामने आकर प्रचार करने वालों में एबीवीपी समर्थक उम्मीदवार ही अधिक दिखाई दिए। वहीं अन्य संगठनों के समर्थक उम्मीदवार गवर्नमेंट कालेज सहित कुछ मुख्य संस्थानों में चुनाव तो लड़ रहे हैं, लेकिन एबीवीपी को छोड़कर विभिन्न संगठनों द्वारा चुनावों के बहिष्कार किए जाने के कारण सामने आकर प्रचार अभियान ना के बराबर है। हालांकि ये लोग अप्रत्यक्ष रूप से प्रचार में जुटे हैं। वहीं गवर्नमेंट कालेज में अध्यापकों ने ही उम्मीदवारों के भाषण अपनी कक्षाओं में करवाए, ताकि अन्य विद्यार्थी उनके लक्ष्य के बारे में स्पष्ट रूप से जान सकें।

  एसपी ने खुद लिया सुरक्षा व्‍यवस्‍था का जायजा
चुनाव को लेकर सभी संस्थानों में सोमवार को ही पुलिस तैनात कर दी गई जिससे सुरक्षा चाक-चौबंद रही। जाट कालेज और गवर्नमेंट पीजी कालेज के सामने बिना हेलमेट और ट्रिपलिंग कर रहे छात्रों के पुलिस ने चालान काट दिए। दोनों संस्थानों में करीब 20 विद्यार्थियों के चालान किए गए। इस दौरान पुलिस अधिकारियों के साथ छात्राओं ने बहस भी की। दूसरी ओर गुजवि में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार और प्रोक्टर प्रो. संदीप राणा ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वहीं बुधवार को सुबह एसपी शिवचरण खुद जीजेयू पहुंचे और सुरक्षा व्‍यवस्‍था जांची।

कम संख्‍या के बाद भी रही रौनक
शहर में गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय और सात कालेजों में छात्र संघ के चुनाव होने हैं। इनमें पढऩे वाले बड़ी संख्या में विद्यार्थी हॉस्टलों और पीजी में रहते हैं। इनमें से जो विद्यार्थी चुनावों में दिलचस्पी नहीं रखते हैं या चुनावों का बहिष्कार करने वाले संगठनों से जुड़े हैं, वे सोमवार को अपने घरों को रवाना हो गए। हालांकि इससे पहले शुक्रवार और शनिवार को भी काफी विद्यार्थी घर चले गए थे। सोमवार को भी गुजवि में दोपहर 3 बजे के बाद बड़ी संख्या में विद्यार्थी घर चले गए। पूछने पर विद्यार्थियों ने बताया कि चुनावों के कारण नाममात्र विद्यार्थी कक्षाएं लगाने के लिए आते हैं। ऐसे में कक्षाएं नहीं लग पा रही हैं। दो दिन चुनाव रहेंगे, इसके बाद दशहरा और रविवार होगा, इसलिए वे घर जा रहे हैं।

 छात्र छात्राओं में दिखा उत्‍साह
छात्र संघ चुनाव को लेकर सभी शिक्षण संस्‍थानों में छात्र उत्‍साहित नजर आए, इसमें छात्राएं और भी ज्‍यादा उत्‍साह में नजर आई। ऐसा होना भी स्‍वभाविक है क्‍योंकि सीआर के लिए अकेले 43 फीसद बेटियों ने नामांकन किया है। इससे साफ जाहिर है कि शिक्षण संस्‍थानों में बे‍टियों की चौधर रहेगी।

चुनाव के बाद स्‍टूडेंटस ने किया प्रदर्शन
वहीं चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक बार फिर से अन्‍य छात्र संगठन के सदस्‍यों ने जाट कॉलेज के सामने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इन हालातों को देखते हुए आरएएफ और पुलिस मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया। वहीं छात्र वहां धरने पर भी बैठ गए। इससे पहले भी एबीवीपी को छोड़कर अन्‍य छात्र संगठन अप्रत्‍यक्ष चुनाव का विरोध कर चुके हैं और कैंडल मार्च भी निकाला गया था।


एबीवीपी ने जारी किया घोषणा पत्र

- कैंटीन में स्वास्थ्य वर्धक और सब्सिडी वाले भोजन व आधारभूत सुवधाओं की व्यवस्था।

- पुस्तकालय में उचित सुविधाएं जैसे प्रतिस्पर्धी किताबें और एसी।

- विद्यार्थियों के लिए खेल के उचित प्रशिक्षण, उपस्थिति, पर्याप्त कोच, भोजन कुपन, उपकरण और किट।

- यूजी व पीजी स्तर पर एससी एसटी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति में वृद्धि

- सभी कालेजों में स्वच्छता नैपकिन वैंडिंग मशीन स्थापित की जानी चाहिए।

- कालेजों में स्वाच्छ शौचालय हों।

- सभी कालेजों में वॉटर कूलर की व्यवस्था हो।

- लड़कियों का आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेंगे।

- कालेज परिसर के पास बस स्टॉप की तत्काल शुरुआत होनी चाहिए।

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