तीन कमरों में लग रहीं 500 छात्राओं की कक्षाएं, सिरसा में भड़की छात्राओं ने हाईवे पर लगा दिया जाम
सिरसा के रानियां में छात्राओं ने जाम लगा दिया। कालेज भवन का निर्माण पूरा न होने से छात्राओं में रोष है। पुलिस ने छात्राओं को समझाकर जाम खुलवाया। छात्राओं का कहना है कि 500 छात्राओं की कक्षाएं तीन कमरों में लग रही हैं। उनकी सुनवाई नहीं हो रही।
सिरसा, जेएनएन। रानियां स्थित राजकीय महिला कालेज के भवन का निर्माण कार्य पूरा करवाने की मांग को लेकर छात्राओं ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्राओं ने बस स्टैंड के सामने स्टेट हाईवे जाम कर दिया। छात्राओं द्वारा जाम लगाए जाने की सूचना मिलते ही रानियां थाना पुलिस प्रभारी सब इंस्पेक्टर साधु राम मौके पर पहुंचे और छात्राओं को समझाकर जाम खुलवाया।
कालेज की छात्राओं ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यामिक स्कूल में कालेज की कक्षाएं आरंभ हुई थी। अभी तक सरकार द्वारा कालेज भवन का कार्य पूरा नहीं हुआ है। इससे उन्हें पूरी सुविधाएं नहीं मिल रही है। कालेज की 500 छात्राओं को तीन कमरों में कक्षाएं लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इससे कोविड काल में शारीरिक दूरी के मानक भी पूरे नहीं हो रहे है। इसके अलावा उन्हें शौचालय की सुविधा भी नहीं मिल रही है।
प्राचार्य से लगा चुके गुहार
छात्राओं ने बताया कि लंबे समय से कालेज के प्राचार्य को पत्र लिखकर भवन को पूरा करवाने के लिए अनेक बार गुहार लगा चुके हैं। मगर अभी तक कार्य पूरा नहीं हुआ। थाना प्रभारी साधु राम ने छात्राओं से उनकी समस्याओं को कालेज प्राचार्य व शिक्षा अधिकारियों के समक्ष रखने का आश्वासन देकर छात्राओं को शांत कर कालेज वापस भेजा।
डीसी ने किया था निरीक्षण
जिला उपायुक्त प्रदीप कुमार ने 19 फरवरी को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ कालेज की निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया था। कालेज में शेष रहे कामों की जानकारी ली थी। तत्कालीन कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग (सड़क व भवन) केसी कंबोज ने जिला उपायुक्त को बताया था कि बजट की कमी के कारण यह भवन पूरी नहीं हुई है। इस संदर्भ में संबंधित विभाग से पत्राचार जारी है लेकिन अभी तक ग्रांट जारी नहीं हुई है।
यह है अधूरे कार्य
कालेज भवन में रंग रोगन व फर्श इत्यादि का कार्य तो पूरा हो चुका है। लेकिन अभी तक सीवरेज, पेयजल, बिजली फिटिंग व कुछ अन्य कार्य अधर में लटके हैं। वहीं इस भवन के लिए जिस जगह का चयन किया गया है वो जगह काफी गहरी थी जिससे इस स्थान पर मिट्टी की भर्ती करवाने में ही संबंधित ठेकेदार को काफी अधिक खर्च करना पड़ा जिससे अब उन्होंने संबंधित विभाग को अतिरिक्त दो से अढाई करोड़ रुपए का बजट उपलब्ध करवाने की मांग की हुई है। इसी के साथ कालेज के प्रवेश द्वार का कार्य अभी भी अधर में लटका हुआ है और प्रवेश द्वार पर कूड़े के बड़े बड़े ढ़ेर लगे हुए है।
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