बसों की समस्या को लेकर विद्यार्थियों को हो रही परेशानी जान हथेली में लेकर यात्रा करने को मजबूर विद्यार्थी
हांसी से नरवाना रूट पर बसों की समस्या के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बसे अपने निर्धारित समय पर चलाई जा रही है। परंतु ज्यादातर मिनी बसे इस रूट पर चलती है। इस रूट पर प्रदेश का बड़ा गांव सिसाय भी आता है।
संवाद सहयोगी, हांसी: हांसी से नरवाना रूट पर बसों की समस्या के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बसे अपने निर्धारित समय पर चलाई जा रही है। परंतु ज्यादातर मिनी बसे इस रूट पर चलती है। इस रूट पर प्रदेश का बड़ा गांव सिसाय भी आता है। इसके अलावा लोहारी, खेड़ी जैसे गांव इस रूट पर पड़ते हैं। ऐसे में इस रूट पर विद्यार्थियों की संख्या भी ज्यादा है।
इस रूट पर बसों की करीब डेढ़ घंटे की सर्विस है। साथ ही मिनी बसें केवल 32 सीटर है। इसके कारण ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रूट पर हांसी से पहली बस सुबह 7 बजकर 10 मिनट व दूसरी बस का समय 8 बजकर 35 मिनट पर चलती है। इस रूट से ज्यादा विद्यार्थी हांसी पढ़ने के लिए आते है। जो बस नरवाना से चलती है उस समय यात्रियों की संख्या ज्यादा होती है।
नरवाना से पहली बस 7 बजकर10 मिनट, दूसरी बस 8 बजकर 35 मिनट व तीसरी बस 10 बजे चलती है। जब बस सिसाए पहुंचती है तो वह यात्रियों से खचाखच भर जाती है। विद्यार्थियों को खिड़कियों में लटक कर यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कई विद्यार्थियों को अपने संस्थानों में पहुंचने के लिए ऑटो में सफर करना पड़ता है।
रोडवेज विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस रूट पर प्राइवेट बसों के ही रूट हैं। इसलिए रोडवेज बसों को नहीं लगाया जा सकता। शाम के समय भी अपने घर जाने के लिए विद्यार्थियों को कड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जीरो बैलेंस पास वाली छात्राओं को बसों में न बिठाएं तो करें शिकायत
कई बार देखने में आया है कि प्राईवेट बस संचालकों की विद्यार्थियों को बसों में बैठाने को लेकर विवाद हुआ है। छात्राओं का कहना है कि उनके जीरो बैलेंस के पास बने हुए हैं। इसके बावजूद उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब रोडवेज विभाग की ओर से भी बस स्टैंड परिसर में बार-बार अनाउंसमेंट की जा रही है कि यदि प्राइवेट बस को कोई भी ड्राइवर जीरो बैलेंस पास वाली छात्राओं को बैठाने से मना करता है तो वे उसकी शिकायत करें। क्योंकि यदि कोई बस चालक उन्हें बस में बैठने से रोक रहा है तो वो नियमों के विरुद्ध है। निर्धारित समय पर बस ना आने से नाराज छात्रों ने बस को रोका
वहीं बसों की समस्या को लेकर गुरुवार सुबह भाटला गांव में छात्रों ने बस को रुकवा लिया। छात्रों का कहना था कि बस ड्राइवर निर्धारित समय पर बस नहीं चला रहे है। साथ ही सुबह के समय दो बसों की जगह एक बस भेज रहे हैं। ऐसे में छात्रों की संख्या अधिक हो जाती है और उन्हें बस में जगह नहीं मिल पाती। बस में जगह न मिलने के कारण वे स्कूल व कॉलेज में जाने के लिए देरी होती है। इसके कारण उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। बस चालक द्वारा भविष्य में निर्धारित समय पर बस लाने के आश्वासन के बाद बस को जाने दिया गया।