रोहतक में तीसरी मंजिल से कूदकर 10वीं की छात्रा ने दी जान, माता-पिता की पहले ही हो चुकी मौत

छात्रा जनसेवा संस्थान पब्लिक स्कूल में पढ़ती थी। उसे 10वीं कक्षा के पेपर देने थे। दोपहर को तीसरी मंजिल पर लाइब्रेरी की क्लास करने के बाद सभी बच्चे नीचे आ गए। मुस्कान वहीं पर रुकी रही। थोड़ी ही देर बाद उसने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 08:24 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 08:24 PM (IST)
रोहतक में तीसरी मंजिल से कूदकर 10वीं की छात्रा ने दी जान, माता-पिता की पहले ही हो चुकी मौत
छात्रा के पास सिम मिला था। स्कूल प्रबंधन ने उसके स्वजनों को शिकायत कर दी थी।

रोहतक, जेएनएन। रोहतक में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जनसेवा संस्थान निशुल्क पब्लिक स्कूल में 10वीं की छात्रा ने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। उपचार के दौरान उसने पीजीआइएमएस में दम तोड़ दिया। सदर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

गढ़ी मुहल्ला की रहने वाली 18 वर्षीय मुस्कान के माता-पिता की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। वह अपनी दादी और बुआ के साथ रहती थी। जो नर्सरी कक्षा से ही जनसेवा संस्थान निशुल्क पब्लिक स्कूल में पढ़ती थी। हाल ही में उसे 10वीं कक्षा के पेपर देने थे। दोपहर के समय तीसरी मंजिल पर लाइब्रेरी की क्लास करने के बाद सभी बच्चे नीचे आ गए, लेकिन मुस्कान वहीं पर रुक गई। थोड़ी ही देर बाद उसने तीसरे मंजिल से छलांग लगा दी। आनन-फानन में उसे उपचार के लिए पीजीआइएमएस में भर्ती कराया। जहां पर उसने दम तोड़ दिया। प्राथमिक जांच में पता चला है कि छात्रा के पास सिम मिला था, जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उसके स्वजनों को शिकायत कर दी थी। स्कूल प्रबंधन की शिकायत पर मंगलवार सुबह उसकी बुआ स्कूल में पहुंची थी और प्रबंधन से इस बारे में बातचीत की थी। इसके बाद ही छात्रा ने यह कदम उठाया है।

स्कूल प्रबंधन ने दिया था मोबाइल, अब ले लिया था वापस

जनसेवा संस्थान निशुल्क स्कूल में आत्महत्या करने वाली मुस्कान नर्सरी से ही यहां पढ़ रही थी। उससे न कोई फीस ली जाती थी और न ही कोई ट्रांसपोर्ट चार्ज। दोपहर का खाना भी स्कूल में ही दिया जाता था। जनसेवा संस्थान के संस्थापक डा. स्वामी परमानंद महाराज ने बताया कि कोरोना काल के समय बच्चों की ऑनलाइन क्लास लगवाई गई थी। मुस्कान के पास मोबाइल नहीं था। उसके स्वजनों ने आर्थिक स्थिति का हवाला दिया। उन्होंने खुद स्कूल की तरफ से छात्रा को मोबाइल दिलवाया था। स्कूल खुलने के बाद ऑफलाइन क्लास शुरू हो गई। उसके बाद उससे मोबाइल वापस ले लिया था। लेकिन बाद में पता चला कि उसने सिम खरीद रखे थे। इसके बाद उसके स्वजनों को इस बारे में जानकारी दी गई थी। सुबह के समय उसकी बुआ आई थी। उसने मुस्कान को समझाया भी था।  

तीसरी मंजिल से गिरने के बाद भी उठकर बैठ गई थी

तीसरी मंजिल पर करीब तीन-तीन फिट की बाउंड्री बनाई गई है। दोपहर के समय जैसे ही मुस्कान ने उस पर चढ़कर छलांग लगाई तो उसे कई छात्रों ने देखकर शोर मचा दिया था। नीचे गिरने के बाद वह कुछ सेकेंड के लिए जमीन पर पड़ी रही और फिर खुद ही उठकर बैठ गई थी। उसके शरीर के बाहरी हिस्से में कोई चोट नहीं लगी थी। उसे उपचार के लिए पीजीआइएमएस में भर्ती कराया गया। यहां पर कुछ घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया।

आत्महत्या के कारणों का नहीं पता

थाना सदर प्रभारी इंस्पेक्टर शमशेर सिंह ने बताया कि छात्रा ने छत से कूदकर आत्महत्या की है। इस बारे में स्वजनों से भी बातचीत की जा रही है, लेकिन इसके पीछे की क्या वजह रही इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

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