रोहतक में छात्र ने पॉकेट मनी से खरीदे पौधे, छत पर बना दिया ऑक्सीजन बैंक
अध्यापक ने कटिंग से पौधा लगाने के प्रयोग को दो साल पहले छात्र को बोला तो उसकी जिंदगी का मकसद ही बदल गया। छात्र तुषार ने कटिंग विधि से एक पौधा तैयार किया तो उसे इतनी खुशी हुई कि पौधारोपण की धुन उस पर सवार हो गई।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक शहर की जनता कालोनी में रहने वाला छात्र दसवीं कक्षा में पढ़ाए गए एक पाठ से इतना इंस्पायर हुआ कि उसने अपने घर की छत पर ही ऑक्सीजन बैंक बना दिया। छात्र अपनी छत पर अब तक 70 पौधे लगा चुका है। दो साल से इस कार्य में जुटे छात्र ने अपनी पॉकेट मनी के 2500 रुपये अब तक इस पुनीत कार्य में खर्च किए हैं।
अध्यापक ने कटिंग से पौधा लगाने के प्रयोग को दो साल पहले छात्र को बोला तो उसकी जिंदगी का मकसद ही बदल गया। छात्र तुषार ने कटिंग विधि से एक पौधा तैयार किया तो उसे इतनी खुशी हुई कि पौधारोपण की धुन उस पर सवार हो गई। कोरोना काल में जब लोग ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भटक रहे हैं ताे ऐसे समय में हमें पौधारोपण की महत्ता समझ में आ रही है।
तुषार ने तो अपने पड़ोसियों तक में यह शौक पैदा करने के लिए उन्हें अब तक 50 पौधे भेंट किए हैं। तुषार 12वीं कक्षा के छात्र हैं, जो परीक्षा रद्द होने के बाद से अपने ट्री प्लांट को ज्यादा समय देने लगे हैं। कटिंग विधि से वे पौधे तैयार करते हैं तथा नर्सरी से भी खरीद कर अपने घर पर ला रहे हैं।
छत पर गुजरती है अब शाम
ट्री प्लांट की देखरेख व वहां रहकर मिलने वाली सुखद अनुभूति के लिए तुषार की शाम अब छत पर ही गुजरती है। तुषार के अनुसार उसे छत पर आकर जो सुकून मिलता है, वो उसे कहीं ओर मिल ही नहीं सकता। अब तो उसके देखादेखी कुछ दोस्त भी छत पर गार्डन तैयार करने लगे हैं। ऐसे दोस्तों की वो खुद भी मदद करता है, ताकि उसके आसपास की हर छत हरीभरी दिखाई देने लग जाए।