Struggle Story: मैदान पर कर रहे कमाल, इन बुजुर्गों की प्रतिभा है बेमिसाल

रोहतक की न्यू विशाल नगर निवासी सतबीर हुड्डा ने नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए एक गोल्ड सहित दो मेडल हासिल किए हैं। मूल रूप से रोहतक जिले के किलोई निवासी सतबीर ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बनारस में हुई।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 01:45 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 01:45 PM (IST)
Struggle Story: मैदान पर कर रहे कमाल, इन बुजुर्गों की प्रतिभा है बेमिसाल
सेवानिवृति के बाद खेल में भी मिसाल कायम कर रहे बुजुर्ग।

रोहतक, जागरण संवाददाता। एक ओर जहां ज्यादातर लोग बुजुर्ग अवस्था तक आने पर बीमारियों से लड़ने में लगे रहते हैं वहीं, रोहतक के कुछ बुजुर्ग ऐसे भी हैं जिनकी खेल प्रतिभा बेमिसाल है और वे मैदानों पर कमाल का प्रदर्शन कर देश व प्रदेश के लिए मेडल जीते रहे हैं। रोहतक के ये बुजुर्ग प्रदेश से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल स्तर तक मेडल जीत रहे हैं। उनके ऐसे खेल जज्बे को देख युवा भी उनकी तारीफे करते नहीं थकते हैं। इन बुजुर्गाें में रोहतक के विकास नगर निवासी करीब 80 वर्षीय चांद सिंह अहलावत, गांधरा गांव निवासी 70 वर्षीय धर्मपाल मलिक, हनुमान कालोनी निवासी सेवानिवृत इंस्पेक्टर 69 वर्षीय जगत सिंह, न्यू विशाल नगर निवासी 55 वर्षीय सतबीर हुड्डा व खरावड़ निवसी रणबीर मलिक सहित और भी अनेक ऐसे मास्टर एथलीट हैं तो अपनी प्रतिभा का लोगा हरियाणा ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों में भी मनवा रहे हैं। ये ऐसे खिलाड़ी हैं जो सरकारी सेवाओं में भी सराहनीय कार्य कर चुके हैं और अब सेवानिवृति के बाद भी मिसाल कायम कर रहे हैं। 

चांद सिंह ने रचा इतिहास जीते तीन गोल्ड

यूपी के वाराणनी स्थित डा सम्पूर्णानंद स्टेडियम 27 से 30 नवम्बर तक आयोजित चार दिवसीय तीसरी राष्ट्रीय मास्टर्ज एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रोहतक के बुजुर्ग खिलाड़ी मास्टर चांदसिंह अहलावत 80 वर्षीय ने इसी आयु वर्ग की तीन स्पर्धाओं में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इस चैंपियनशिप में आ इंडिया की 22 स्टेट के 2600 के लगभग पुरूष व महिला बुजुर्ग खिलाडि़यों ने भाग लिया। अहलावत ने आगे बताया कि उन्होंने अपने 61 वर्ष के खेल जीवन में चार हजार के लगभग राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार किए है। अहलावत ने आगे बताया कि वह अब तक विभिन्न खेल-प्रतियोगिताओं में 462 के लगभग पदक जीतकर देश का नाम रोशन कर चुके है जिसमें अधिकतर स्वर्ण पदक है। 

पदक जीतकर देश का नाम रोशन कर रहे बुजुर्ग

रणबीर मलिक ने स्वर्ण सहित जीते दो पदक

उतर प्रदेश के वाराणसी में हुई इस राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बिजली निगम कार्यालय में तैनात लाइनमैन रणबीर मलिक ने एक स्वर्ण पदक सहित दो पदक हासिल किए हैं। मूल रूप से गांव खरावड़ निवासी रणबीर मलिक के राष्ट्रीय चैंपियनशिप में मेडल हासिल किए जाने पर गांव सहित विभाग में खुशी की लहर है। रणबीर ने वाराणसी में गत दिनाें हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेते हुए चार गुणा 400 रिले में भाग लेते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया है। वहीं पांच हजार मीटर पैदल चाल में सिल्वर मेडल हासिल किया है। रणबीर मलिक ने बताया कि वे राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर साढ़े पांच सौ मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह हर दिन चार से पांच घंटे अभ्यास करता है।

मेडल दिखाते बुजुर्ग

सतबीर हुड्डा का शानदार प्रदर्शन

शहर की न्यू विशाल नगर निवासी सतबीर हुड्डा ने नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए एक गोल्ड सहित दो मेडल हासिल किए हैं। मूल रूप से रोहतक जिले के किलोई निवासी सतबीर ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बनारस में हुई। आल इंडिया मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 55 वर्ष से अधिक आयु वालों के 300 मीटर हार्डल दौड़ मुकाबले में गोल्ड मेडल जीता है। इसके अलावा उन्होंने 400 मीटर रिले दौड़ में सिल्वर मेडल भी हासिल किया है। चैंपियनशिप का आयोजन 26 से 30 नवंबर तक किया गया। सतबीर रोहतक के राजीव गांधी स्टेडियम में कोच अनूप के मार्गदर्शन में प्रैक्टिस करते हैं। अपनी इस उपलब्धि का श्रेय भी उन्होंने कोच अनूप व स्वजनों के सहयोग को दिया है।

चैंपियनशिप का आयोजन 26 से 30 नवंबर तक किया गया

गांधरा के धर्मपाल ने झटके तीन मेडल

बनारस में हाल ही में आयोजित हुई नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रोहतक के गांधरा गांव निवासी धर्मपाल ने एक गोल्ड सहित तीन मेडल जीते हैं। सेवानृवित 70 वर्षीय एसआइ धर्मपाल मलिक ने अलग अलग खेल मुकाबलों में दमखम दिखाते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने 1600 मीटर रिले दौड़ में पहला स्थान हासिल कर गोल्ड मेडल जीता है। पांच किलोमीर दौड़ में भी उम्दा प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान हासलि कर सिल्वर मेडल जीता है और 10 किलोमीटर दौड़ मुकाबले में भी सिल्वर मेडल जीता है। धर्मपाल मलिक इससे पहले भी अनेक प्रतियोगिता में मेडल जीत चुके हैं। उनके शानदार प्रदर्शन के चलते ही उनका चयन अगले साल जापान में होने वाले अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स खेलों के लि भारतीय टीम में किया गया है।

जगत सिंह ने हासिल किए दो कांस्य पदक

उधर, हरियाणा पुलिस से सेवानिवृत इंस्पेक्टर रोहतक निवासी जगत सिंह ने बनारस में हुई नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो मेडल हासिल किए हैं। मूल रूप से मोखरा गांव निवासी  69 वर्षीय जगत सिंह ने बनारस में हुई 100 मीटर बाधा दौड़ में भाग लेते हुए कास्य पदक हासिल किया है। इसके अलावा उन्होंने 300 मीटर बाधा दौड़ में भी अपनी प्रतिभा दिखाई और कांस्य पदक झटका है। अब रोहतक की हनुमान कालोनी में रहने वाले जगत सिंह ने बताया कि उन्होंने केवल नंबर महीने में ही नासिक, चंडीगढ़ व मदीना सहित अलग अलग स्थानों पर हुए मुकाबलों में कुल 11 मेडल जीते हैं। जिनमें सात गोल्ड, एक सिल्वर व तीन कांस्य पदक शामिल हैं। 

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