हिसार में 88 फीसद आरटीपीसीआर टेस्ट के मुकाबले हुए सिर्फ 12 फीसद रैपिड कोरोना टेस्ट

जिले में कुल 5 लाख से अधिक टेस्टों में 62 हजार के करीब रैपिड टेस्ट किए गए और 4 लाख 48 हजार 190 आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए है। रैपिड टेस्ट में तूरंत रिपोर्ट मिल जाती है। वहीं आरटीपीसीआर टेस्ट में दूसरे से तीसरे दिन सैंपल की रिपोर्ट आती है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 20 May 2021 08:58 AM (IST) Updated:Thu, 20 May 2021 08:58 AM (IST)
हिसार में 88 फीसद आरटीपीसीआर टेस्ट के मुकाबले हुए सिर्फ 12 फीसद रैपिड कोरोना टेस्ट
हिसार में अब तक 5 लाख से ज्‍यादा कोरोना सैंपल हो चुके हैं

हिसार, जेएनएन। हिसार जिले में अब तक 5 लाख 10 हजार 190 कोरोना टेस्ट किए गए है। इनमें से 88 फीसद टेस्ट आरटीपीसीआर हुए है, जबकि 12 फीसद रैपिड टेस्ट किए गए है। जिले में कुल 5 लाख से अधिक टेस्टों में 62 हजार के करीब रैपिड टेस्ट किए गए और 4 लाख 48 हजार 190 आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए है। रैपिड टेस्ट में तूरंत रिपोर्ट मिल जाती है। वहीं आरटीपीसीआर टेस्ट में दूसरे से तीसरे दिन सैंपल की रिपोर्ट आती है। हालांक आरटीपीसीआर को ऑथेंटिक माना जाता है। इसलिए रैपिड टेस्ट करने के बावजूद भी आरटीपीसीआर टेस्ट जरुर किया जाता है।

शुरुआत में टेस्टिंग में आत्मनिर्भर नहीं था हिसार-

जिले में कोरोना टेस्टिंग में शुरुआत में हिसार आत्मनिर्भर नहीं था। मार्च 2020 में जब हिसार में कोरोना सैंपल लिए जाने लगे, तब रोहतक मेडिकल और गुरुग्राम की लैब में जांच के लिए सैंपल भिजवाए जाते थे। उस दौरान हिसार में कोरोना टेस्टिंग के लिए कोई लैब स्थापित नहीं की गई थी। ऐसे में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान की लैब ने कोरोना टेस्ट करने की इच्छा जताते हुए सरकार से टेस्टिंग के लिए स्वीकृति मांगी थी। सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद हिसार में पहली बार कोरोना टेस्टिंग के लिए एनआरसी लैब को टेस्ट करने की अनुमति मिली थी।

सैंपलिंग बढ़ी तो बनी अग्रोहा लैब -

बीते वर्ष कोरोना के अधिक मामले मिलने लगे तो सैंपलिंग बढ़ाई गई। प्रतिदिन किए जाने वाले 4 हजार टेस्टों की रिपोर्ट मिलने में 4 से 5 दिन लगने लगे और पेंडिंग रिपोर्ट की संख्या बढ़ती गई। ऐसे में जिले में एक और लैब की जरुरत महसूस हुई। जिसके बाद अग्रोहा मेडिकल में भी आरटीपीसीआर लैब शुरु की गई। इन दाे लैब के स्थापित किए जाने से हिसार कोरोना टेस्टिंग के मामले में आत्मनिर्भर बन गया। वहीं इसके बाद तो हिसार में निजी लैब में भी कोरोना सैंपलिंग शुरु की गई।

वहीं अग्रोहा की लैब से आसपास जिलों के कोरोना सैंपल की भी टेस्टिंग की जाती है। हालांकि इस वर्ष कोरोना केस अधिक आने के कारण प्रशासन ने सैंपलिंग बढ़ाई है। जिसके बाद  रिपोर्ट लेट आने की समस्या हुई तो विभाग की ओर से अब शहर की निजी लैब और पंचकूला व गुरुग्राम की लैब में भी सैंपल जांच के लिए भिजवाए जा रहे है। गौरतलब है कि जिले में अब तक संंक्रमण के 48,962 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से कुल 41,799 संंक्रमित कोरोना से रिकवर हो चुके हैं। जिले में अब 6372 सक्रिय मरीज हैं। अभी तक कोरोना संक्रमण के कारण 791 लोगों की मौत हुई है।

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