हादसे में मौत दिखाकर हड़पा क्लेम, मामला दर्ज

कैंसर टीबी व अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों की हादसों में मौत दिखाकर लाखों रुपये के बीमा क्लेम हड़ने के मामले की पुलिस जांच में परतें खुलती जा रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 07:30 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 07:30 AM (IST)
हादसे में मौत दिखाकर हड़पा क्लेम, मामला दर्ज
हादसे में मौत दिखाकर हड़पा क्लेम, मामला दर्ज

संवाद सहयोगी, हांसी: कैंसर, टीबी व अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों की हादसों में मौत दिखाकर लाखों रुपये के बीमा क्लेम हड़ने के मामले की पुलिस जांच में परतें खुलती जा रही हैं। बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह ने ना जाने कितने लोगों से धोखाधड़ी की है। इकोनॉमिक सेल की जांच में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। जांच टीम ने गिरोह द्वारा कापड़ो निवासी एक व्यक्ति की हादसे में मौत दिखाते हुए 15 लाख रुपये का बीमा क्लेम हड़ने का एक और मामला पकड़ा है और फ्रॉड करते हुए बीमा क्लेम लीलने वाले 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई शुरु कर दी है। बता दें कि हांसी जिला पुलिस कैंसर, टीबी व अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों के बीमा क्लेम हड़पने के कई मामलों में जांच कर रही है। इस हाइप्रोफाइल मामले में हांसी सिविल अस्पताल के डाक्टर विजय स्वरूप मलिक व हिसार के एक वकील सुनील कुमार भी शामिल है। डाक्टर विजय स्वरूप मलिक को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जो बीमारियों से मरने वाले व्यक्तियों की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हादसा दिखाता था। नारनौंद थाने को कापोड़ निवासी एक व्यक्ति का धोखाधड़ी से 15 लाख रुपये का बीमा हड़पने के मामले में मामला दर्ज करने की इकोनॉमिक सेल ने लिख दिया है। इस मामले मे टीबी की बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति की खेत में काम करते हुए हादसे में मौत दिखाकर 15 लाख रुपये का बीमा क्लेम हड़पने का आरोप है। ये पोस्टमार्टम भी हांसी सिविल अस्पताल के एमओ डा. विजय स्वरूप द्वारा किया गया था। इस मामले में पुलिस जोग, कापड़ो निवासी दीपक, गंगनखेड़ी निवासी अजीत व पवन, उमरा निवासी सुरेंद्र व सुरेंद्र कुमार, मोठ निवासी संदीप, धर्मखेड़ा निवासी सुनील व विजय स्वरूप को आरोपित बनाया गया है। बाक्स::::

1 व्यक्ति 5 बीमे, क्रेडिट कार्ड से पेमेंट

एक ही बीमार व्यक्ति के कई बीमे गिरोह के सदस्य करते थे। नारनौंद के सुनील कुमार के 25, 15, 9 , 4 लाख रुपये के बीमे करवाए गए थे। क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन बीमे की प्रीमियम का भुगतान करते थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड से गिरोह के सदस्य बीमार व्यक्ति का बीमा करवाते थे। इस षडयंत्र में बीमार व्यक्ति के परिवार के सदस्यों को भी लालच देकर शामिल किया जाता। इस मामले में गिरोह के सदस्यों ने टीबी की बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति का रिकार्ड खत्म करने का प्रयास भी किया। मृत्यु से करीब एक महीने पूर्व ही बीमा करवाया गया था।

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इकोनॉमिक सेल की जांच जारी

झूठे बीमा क्लेम हड़ने के मामलों में एसपी की निगरानी में इकोनॉमिक सेल गहनता से जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस गिरोह के कई बड़े कारनामे अभी और सामने आ सकते हैं। पिछले सालों से ये गिरोह अपने धंधे में लगा हुआ था। भोले-भाले लोगों को लालच देकर इस गिरोह के लोग अपने शिकार बनाते थे। फिर बीमा रकम का एक छोटा हिस्सा परिवार के सदस्यों को देकर बाकी खुद लील जाते।

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