केरल की सुंदरता पर आया शूटर मनु भाकर का दिल, दक्षिण भारत में बिताए 25 दिन, देखें तस्वीरें
टोक्यो से वापस लौटने के बाद इंटरनेट मीडिया पर मनु ने काफी लंबे अरसे के बाद एक ट्वीट किया है। जिसमें रोइंग करते हुए दो फोटो शेयर किए। फोटो के साथ उन्होंने केरल की सुंदरता का जिक्र करते हुए कहा कि नहीं सोचा था कि केरल इतना सुंदर है।
अमित पोपली, झज्जर : टोक्यो ओलिंपिक में भले ही भारतीय दल सात पदक लेकर लौटा है। लेकिन, दल में शामिल कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी अपनी धाक के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। जिसमें शूटर मनु भाकर भी शामिल हैं। अब अगले ओलिंपिक में मनु से पदक की उम्मीद है। देखा जाए तो टोक्यो से वापस लौटने के बाद इंटरनेट मीडिया पर मनु की सक्रियता पहले से काफी कम रही है। शनिवार को उन्होंने काफी लंबे अरसे के बाद एक ट्वीट किया है। जिसमें रोइंग करते हुए दो फोटो शेयर किए गए है। फोटो के साथ उन्होंने केरल की सुंदरता का जिक्र करते हुए कहा कि, नहीं सोचा था कि केरल इतना सुंदर और शानदार है। मनु के इस ट्वीट को उनके प्रशंसक काफी पसंद कर रहे हैं। साथ ही उन्हें अन्य जगहों पर घूमने के लिए भी आमंत्रित कर रहे हैं।
कैंप में जाने से पहले 25 दिन बिताएं दक्षिणी भारत में :
15 सितंबर से मनु का कैंप शुरु होना है। कैंप का हिस्सा बनने से पहले उन्होंने पूरे परिवार के साथ 25 दिन दक्षिणी भारत में बिताएं हैं। केरल सहित अन्य राज्यों की सुंदरता और प्रकृति के अहसास को महसूस करते हुए उन्होंने शारीरिक एवं मानसिक रुप से खुद को मजबूत करने की कड़ी में अह्म प्रयास किया है। मनु के पिता राम किशन भाकर के मुताबिक हार और जीत किसी भी खिलाड़ी की जिंदगी का हिस्सा है। जीत को दिमाग में नहीं चढ़ने देना चाहिए और हार को मन से नहीं लगाना चाहिए, यह समझना जरुरी है।ऐसे में प्रकृति आपका बहुत ज्यादा साथ देती है। वैसे मनु काफी मजबूत है। बेशक ही ओलिंपिक के प्रदर्शन से निराशा तो हुई हैं। लेकिन, अभी करियर बहुत लंबा है। बहुत सी चैंपियनशिप का शेड्यूल तय है। आने वाले समय में उन सभी का हिस्सा बनते हुए मनु पहले से भी बेहतर करेगी।
साल 2017 में मनु भाकर ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता एशियन जूनियर चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर कामयाबी हासिल की थी। इससे बाद केरल में हुए नेशनल गेम्स में उन्होंने 9 गोल्ड मेडल जीतकर अपने हौंसले को बुलंद किया। इसके बाद मनु ने कभी वापिस मुड़कर नहीं देखा। एक के बाद एक बड़े टूर्नामेंट में अपनी दावेदारी पक्की करते हुए मेडल अर्जित किए।
साल 2018 में आईएसएसएफ द्वारा मेक्सिको में आयोजित किए गए वर्ल्ड कप में उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल, इसी टूर्नामेंट में मिक्स्ड टीम इवेंट में दूसरा गोल्ड मेडल, 2018 में आयोजित हुए कामनवेल्थ गेम्स में भी मनु का शानदार प्रदर्शन जारी रहा और उन्होंने अपने पहले कामनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीतकर अनोखा रिकार्ड बनाया।
मनु कहती है कि जब हर दिन नया है, जिंदगी में हर दिन एक जैसा नहीं होता तो हम पुरानी निराशा भरी यादों को अपनी जिंदगी का हिस्सा क्यों बनाएं। मैं पहले से काफी तरोंताजा महसूस कर रही हूं। जल्द ही कैंप का हिस्सा बनना हैं। परिवार के साथ समय बिताकर मनोबल काफी मजबूत हुआ है।