Shivpuri Swarg Ashram: फतेहाबाद में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी 67 लाख की परियोजना, कोरोना काल में हुई थी शुरुआत
हिसार रोड पर स्थित शिवपुरी स्वर्ग आश्रम में कोरोना काल के दौरान सरकार द्वारा प्रस्तावित 67 लाख की लागत से बनने वाली एलपीजी सीएनजी भट्टी भ्रष्ट तंत्र की भेंट चढ़ गई है। कोरोना काल के दौरान इस परियोजना की शुरुआत की गई थी।
अजय महता, भूना(फतेहाबाद)। पिछले 5 साल तक लगातार सुर्खियों में रहने वाले नगर पालिका के भ्रष्ट तंत्र की जड़े इंसान के जीवन की अंतिम मंजिल शिवपुरी स्वर्ग आश्रम तक फैल चुकी है । हिसार रोड पर स्थित स्वर्ग आश्रम में कोरोना काल के दौरान सरकार द्वारा प्रस्तावित 67 लाख की लागत से बनने वाली एलपीजी सीएनजी भट्टी भ्रष्ट तंत्र की भेंट चढ़ गई है । दिलचस्प पहलू तो यह है कि अपना कार्यकाल पूरा होता देख नगर पालिका के पार्षदों ने रातों- रात बिना उद्घाटन करवाएं इस भट्टी के बाहर अपने नाम का शिला पत्थर लगा डाला और हलका विधायक चौधरी दुडा राम की अध्यक्षता में शिलान्यास कार्यक्रम अंकित किया गया है । किंतु कोरोना ग्रस्त मृतकों के दाह संस्कार करवाने के लिए निर्मित की गई यह भट्टी अभी तक शुरू नहीं हो पाई है । बता दें कि इससे पूर्व नगरपालिका के निवर्तमान पार्षदों ने हलका विधायक चौधरी दुडा राम से औपचारिक तौर पर करीब आधा दर्जन पार्कों का उद्घाटन करवा डाला था, जिनमें से कुछ पार्कों का काम अभी तक अधर में लटका हुआ है ।
कोरोना काल में शुरू हुई थी परियोजना
बता दें कि 24 मार्च 2020 को कोरोना की पहली लहर के चलते पूरे देश में महामारी फैल गई थी। जिसमें लाखों लोग बीमारी के चलते काल का ग्रास बने थे। संक्रमण फैलाने वाली इस बीमारी से मरने वाले लोगों के दाह संस्कार के लिए प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई परियोजना के तहत भूना के हिसार रोड पर निर्मित स्वर्ग आश्रम में भी एलपीजी सीएनजी भट्टी के निर्माण के लिए 67 लाख रुपए की राशि नगरपालिका के माध्यम से मंजूर हुई थी । हालांकि दिसंबर 2020 में आनन-फानन में उपरोक्त पट्टी का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया, लेकिन 3 माह तक ढुलमुल तरीके से कार्य चलता रहा । जबकि निर्माण की औपचारिकता को पूरा नहीं किया गया। वर्तमान में भी उपरोक्त भट्टी सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाई है और ना ही उपरोक्त भट्टी पर एलपीजी गैस सिलेंडर लगे हैं । और ना ही रैंप का निर्माण करवाया गया है । थ्री फेस विद्युत कनेक्शन भी भट्टी को नहीं दिया गया। जिसके चलते लाखों रुपए की लागत से निर्मित उपरोक्त भट्टी नकारा साबित हो रही है।
नहीं किया गया एक भी दाह संस्कार
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भूना में करीब दो दर्जन कोरोना ग्रस्त लोगों ने दम तोड़ा है। किंतु हैरतअंगेज बात तो यह है कि पूर्ण रूप से शुरू न हो पाने के कारण अभी तक उपरोक्त भट्टी के माध्यम से कोई भी दाह संस्कार नहीं किया गया है।
गिरने की कगार पर है हाल
उधर भट्टी के रखरखाव के लिए परियोजना के अनुसार एक बड़े हाल का भी निर्माण किया गया है। लेकिन रखरखाव के अभाव में उपरोक्त हाल भी दीवार गिरने की कगार पर पहुंच गई है । स्वर्ग आश्रम समिति के सदस्यों महेश भूटानी, हरीश कुमार निराला, सुरेंद्र सचदेवा, सतीश गिरिधर , धर्मवीर धमीजा ने आरोप लगाया है कि उपरोक्त हाल के निर्माण में घटिया किस्म की सामग्री का प्रयोग किया गया है। जिसके चलते दीवारें नींव से अलग हो चुकी हैं और लेंटर के सहारे खड़ी हैं । जो कभी भी मलबे में तब्दील हो सकती है। और बड़ी घटना का कारण बन सकती हैं। इस बारे कई बार नगर पालिका को अवगत करवाया गया है , लेकिन नगरपालिका के अधिकारियों ने इस पर कोई गौर नहीं फरमाया है।
कार्यकाल पूरा होता देख रातो रात लगा दिया सिला पत्थर
स्वर्ग आश्रम समिति के सदस्यों ने कहा कि 23 जून 2021 को नगरपालिका पार्षदों का कार्यकाल पूरे पूरा होने जा रहा था। किंतु अपने नाम का शिला पत्थर लगाने में पार्षदों ने कोई चूक नहीं की और 17 जून को रातो रात कुछ पार्षदों ने स्वर्ग आश्रम में पहुंचकर अपने नाम का शिला पत्थर एलपीजी सीएनजी भट्टी के हाल के बाहर जड़ कर मोहर लगा दी, लेकिन भट्टी अभी तक शुरू हो पाई है।
क्या कहते हैं हलका विधायक
फतेहाबाद विधायक दुड़ाराम ने बताया कि इससे पूर्व उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं था लेकिन अब पूरा मामला उनके संज्ञान में आ गया है और इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाएगी। संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।