रोहतक में ड्यूटी से लौट रहे सिक्योरिटी गार्ड की पीट-पीटकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस
बालंद गांव निवासी 44 राकेश पुत्र धर्मपाल काफी समय से आइएमटी स्थित एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। वह अपनी ड्यूटी खत्म कर बाइक से वापस लौट रहा था। करौथा-बालंद रोड पर पहुंचते ही दर्जन भर हमलावरों ने उसे घेर लिया और हमला कर दिया
रोहतक, जेएनएन। रोहतक से ड्यूटी कर लौट रहे निजी कंपनी के सिक्योरिटी गार्ड की रास्ते में दर्जन भर हमलावरों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर शिवाजी कालोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। स्वजनों ने पड़ोसियों पर हत्या का आरोप लगाया है। हालांकि देर रात तक उन्हें लिखित में शिकायत नहीं दी थी।
बालंद गांव निवासी 44 राकेश पुत्र धर्मपाल काफी समय से आइएमटी स्थित एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। मंगलवार शाम करीब छह बजे वह अपनी ड्यूटी खत्म कर बाइक से वापस लौट रहा था। करौथा-बालंद रोड पर पहुंचते ही दर्जन भर हमलावरों ने उसे घेर लिया। हमलावरों ने लाठी-डंडों से उस पर ताबड़तोड़ वार किए। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे मृत समझकर हमलावर वहां से फरार हो गए। इसके बाद वहां से गुजर रहे कुछ लोग उसे लेकर पीजीआइएमएस में पहुंचे।
साथ ही उसके स्वजनों को मामले की जानकारी दी। पीजीआइएमएस में उपचार के दौरान सिक्योरिटी गार्ड ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर शिवाजी कालोनी थाना पुलिस और एफएसएल इंचार्ज डा. सरोज दहिया मलिक मौके पर पहुंची। पुलिस ने भी घटनास्थल से सबूत जुटाए। उसकी बाइक भी टूटी हुई मिली। मृतक के भाई जितेंद्र ने आरोप लगाया कि पड़ोसियों के साथ उनका साझे की दीवार को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है। गांव में कई बार पंचायत भी हो चुकी है। आशंका है कि इसी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया गया है।
माता-पिता की पहले ही हो चुकी है मौत
राकेश के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। वह अपनी पत्नी और दो बेटी व एक बेटे के साथ गांव में रहता है। उसका भाई जितेंद्र बहादुरगढ़ में रहता है। राकेश की कमाई से ही परिवार का पालन-पोषण हो रहा था। अब उसकी मौत के बाद परिवार पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
----शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। जिसका बुधवार को पोस्टमार्टम होगा। स्वजनों ने कुछ लोगों पर आरोप लगाया है। फिलहाल मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जिसके बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है।
- इंस्पेक्टर बलवंत सिंह, थाना प्रभारी शिवाजी कालोनी
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विनीत तोमर