स्कूल वाहनों को लेकर लघु सचिवालय में पहुंचे स्कूल संचालक, चाबियां सौंपी
संवाद सहयोगी हांसी कोरोना महामारी के दौर में सरकार द्वारा आठवीं कक्षा तक स्कूलों को
संवाद सहयोगी, हांसी : कोरोना महामारी के दौर में सरकार द्वारा आठवीं कक्षा तक स्कूलों को बंद करने के फैसले के खिलाफ स्कूल संचालक लामबंद हो गए हैं। हांसी में भी स्कूल संचालकों अपने स्कूलों वाहनों को लेकर लघु सचिवालय में पहुंच गए। सरकार के फैसले के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते हुए स्कूल वाहनों की चाबियों को एसडीएम के समक्ष रख दिया, लेकिन एसडीएम ने चाबियों लेने इंकार कर दिया और ज्ञापन के जरिये मांग रखने को कहा।
प्राइवेट स्कूल संघ हांसी के प्रधान रविन्द्र अत्री व हिन्दू सीनियर सेकेंडरी स्कूल के संचालक अनिल कुमार ने कहा की स्कूलों को बंद करना किसी भी नजरिये से उचित नहीं है। शिक्षण संस्थानों को बंद करने के बजाय नियमित रूप से खुलने चाहिए व शैक्षणिक कार्य जारी रखे जाएं। स्कूल संचालकों ने एसडीओ को सौंपे ज्ञापन में कहा कि यदि किसी स्कूल में कोई टीचर या विद्यार्थी संक्रमित मिले तो उसी विद्यालय को निर्धारित समय के लिए बंद किया जा सकता है ना कि सभी स्कूलों को। स्कूल संचालकों ने सरकार के फरमान को तुगलकी फरमान बताया। स्कूल संचालक बलराज मेहरा ने कहा कि एक वर्ष से स्कूल बंद होने से ना केवल स्कूलों की आर्थिक व्यवस्था चरमराई हुई है बल्कि इससे विद्यार्थियों की शिक्षा पर भी बुरा असर पड़ रहा है। एसडीएम ने कहा कि प्राइवेट स्कूल संघ के द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया है जो उनकी मांग है वह सरकार तक पहुंचाई जाएंगी। लघु सचिवालय में आरपीएस स्कूल, यदुवंशी स्कूल, गुरु तेग बहादुर, श्री कृष्ण प्रणामी, हिन्दू हाई स्कूल, सिटी स्कूल, गायत्री विद्या मंदिर, सैंट ज्ञानेश्वर स्कूल, गीता पब्लिक स्कूल, आनन्द निकेतन स्कूल, स्टार वैली स्कूल, भारत एकता स्कूल आदि स्कूलों की बसें पहुंची।