रोहतक में तीन माह से नहीं मिला वेतन तो महिला स्वीपर ने खाया जहरीला पदार्थ
महिला स्वीपर ने शुक्रवार को सुबह चूहे मारने की दवा निगल ली। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ी तो अस्पताल के स्टाफ ने उन्हें रोहतक पीजीआइ में भर्ती करवाया। जहां पर उनका उपचार चल रहा है। महिला ने चार के लिए आत्महत्या के लिए मजबूर करने की शिकायत दी है
जागरण संवाददाता, रोहतक : सिविल अस्पताल की महिला स्वीपर ने शुक्रवार को सुबह चूहे मारने की दवा निगल ली। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ी तो अस्पताल के स्टाफ ने उन्हें रोहतक पीजीआइ में भर्ती करवाया। जहां पर उनका उपचार चल रहा है। महिला ने चार के लिए आत्महत्या के लिए मजबूर करने की शिकायत दी है।
सामान्य अस्पताल के ठेकेदार के मार्फत लगी महिला स्वीपर को पिछले तीन माह से वेतन नहीं दिया जा रहा था। परेशानी में आकर उसने शुक्रवार को सुबह चूहे मारने की दवा निगल ली। कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ गई, जिसके चलते उसे पीजीआइ ले जाया गया।
जहां पर उसका उपचार चल रहा है। महिला का आरोप है कि ठेकेदार, उसका सुपरवाइजर, एसएमओ व एक महिला उसे परेशान कर रही है। उसका वेतन नहीं दिया जा रहा है। उससे हटाने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है। उसकी दो बेटियां स्कूल में जाती हैं, वह उनकी फीस नहीं दे पा रही है। उसके लिए घर चलाना मुश्किल हो रहा है। महिला स्वीपर के जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास करने के बाद से ठेकेदार के तहत लगे कर्मचारियों में रोष है। कर्मचारियों का कहना है कि 22 लोगों का वेतन तीन माह से राेका हुआ है। कर्मचारियों के अनुसार आरोपित अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन करेंगे।
ठेकेदार के तहत लगे कर्मचारियों को उन्होंने बोल दिया है कि अगर किसी का वेतन ज्यादा समय से नहीं आया है तो वे उन्हें सूचित करें। वे ठेकेदार के खिलाफ सीएमओ को पत्र लिखकर सूचित करेंगे। कर्मचारियों को समस्याओं का निदान करने के लिए वे हरसंभव प्रयास करते हैं।
डा. रमेश, एसएमओ, सामान्य अस्पताल रोहतक।