लॉकडाउन के अनुमान के बीच बीड़ी, सिगरेट के दाम बढ़ने की अफवाहें तेज, हांसी में हर माह डेढ़ करोड़ का कारोबार

दुकानों पर महंगे दामों पर बीड़ी सिगरेट बेची जा रही है। ग्राहकों को बताया जा रहा है कि पीछे से तंबाकू के दाम बढ़ गए हैं लेकिन वास्तव में दाम नहीं बढ़े हैं व ग्राहकों को झूठ बोलकर दाम महंगे दामों पर तंबाकू बीड़ी व सिगरेट बेची जा रही है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 05:59 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 05:59 PM (IST)
लॉकडाउन के अनुमान के बीच बीड़ी, सिगरेट के दाम बढ़ने की अफवाहें तेज, हांसी में हर माह डेढ़ करोड़ का कारोबार
दाम नहीं बढ़े हैं और कुछ दुकानदार जानबूझकर ऊंचे दाम पर बीड़ी-सिरगेट बेच रहे हैं।

हिसार/हांसी, जेएनएन। लॉकडाउन की अफवाहों के बीच बीड़ी व सिगरेट की कालाबाजारी शुरु हो गई है। दुकानों पर महंगे दामों पर बीड़ी, सिगरेट बेची जा रही है। ग्राहकों को बताया जा रहा है कि पीछे से तंबाकू के दाम बढ़ गए हैं, लेकिन वास्तव में दाम नहीं बढ़े हैं व ग्राहकों को झूठ बोलकर दाम महंगे दामों पर तंबाकू बीड़ी व सिगरेट बेची जा रही है। हालांकि थोक विक्रेताओं ने कहा कि दाम नहीं बढ़े हैं और कुछ दुकानदार जानबूझकर ऊंचे दाम पर बीड़ी-सिरगेट बेच रहे हैं।

बीते दिनों कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने सख्त गाइडलाइंस जारी की हैं। जिसके बाद लोगों में फिर से लॉकडाउन लगने की अफवाहें चल रही हैं। पिछले शनिवार को सोशल मीडिया पर वीकेंड लॉकडाउन का एक फर्जी मैसेज भी वायरल हो गया था। हालांकि सरकार ने फर्जी मैसेज फैलाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी। इसके बावजूद लोगों में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए लॉकडाउन लगाने का डर बढ़ता जा रहा है और यही कारण है कि बीड़ी व सिगरेट का तलबगारों ने ज्याद मात्रा में तंबाकू उत्पाद खरीदकर स्टॉक करना शुरु कर दिया है। लोगों की तलब को देखते हुए कुछ दुकानदारों ने बीड़ी व सिगरेट की कालाबाजारी शुरु कर दी है। बीते साल भी लॉकडाउन के दौरान बीड़ी-सिगरेट की कालाबाजारी हुई थी, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई भी की थी।

हर महीने धुएं में उड़ा देते हैं डेढ़ करोड़

हांसी इलाके में बीड़ी व सिगरेट की खपत जिले में सबसे अधिक है। जाहिर है कि लोग अपनी सेहत से खिलवाड़ करते हुए धूम्रपान अधिक कर रहे हैं। हांसी उपमंडल में बीड़ी के काफी थोक विक्रेता हैं। इस कारोबार से जुड़े लोगों का अनुमान है कि करीब हर महीने 60 करोड़ रुपये की बीड़ी की खपत होती है व 1 करोड़ रुपये की सिगरेट की बिक्री होती है। इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों में धूम्रपान की तलब कितनी अधिक है।

थोक विक्रेता बोले- दाम नहीं बढ़े हैं

शहर के एक थोक विक्रेता ने नाम ना छाने की शर्त पर बताया कि बीड़ी-सिगरेट के दाम नहीं बढ़े हैं। पहले वाले रेट पर ही दोनों उत्पाद मार्केट में बेचे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दुकानदारों ने अपने स्तर पर कालाबाजारी शुरु कर दी हो ऐसा हो सकता है। उन्होंने बताया कि करीब 1.60 करोड़ों रुपये का प्रति माह हांसी में बीड़ी-सिगरेट का कारोबार होता है। उन्होंने बताया कि पीछे से भी माल की सप्लाई नॉर्मल है और निर्धारित रेट पर ही वह दुकानदारों को सामान बेच रहे हैं।

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