Rohtak PGI: रोहतक PGI में होगी एड्स के मरीजों की वायरल लोड जांच, मिलेगा बढ़ा फायदा

रोहतक पीजीआई में एचआइवी की दवाईयां देने की तीन ट्रीटमेंट लाइन होती हैं और मरीज को पहली लाइन से आराम ना आने पर यह जांच करवाकर ही दूसरी लाइन पर डाला जाता है। उन्होंने कहा कि यदि बिना टेस्ट के मरीज की दवाइयों की कैटेगरी बदल दी जाती है।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 05:08 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 05:08 PM (IST)
Rohtak PGI: रोहतक PGI में होगी एड्स के मरीजों की वायरल लोड जांच, मिलेगा बढ़ा फायदा
रोहतक PGI में होगी एड्स के मरीजों को मिलेगी फायदा।

रोहतक, जागरण संवाददाता। रोहतक के पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में आने वाले एचआईवी/एड्स के रोगियों के लिए बहुत बड़ी राहत भरी खबर है। अब बीमारी की मात्रा के हिसाब से दवाई देकर उन्हें राहत पहुंचाई जाएगी। इसके लिए पीजीआइ में एचआईवी की वायरल लोड जांच माइक्रोबायोलोजी विभागाध्यक्ष डा. अर्पणा के प्रयासों से शुरू हो गई है।

प्रदेश में रजिस्टर्ड हैं 35 हजार मरीज

मशीन इंचार्ज डा. रितू अग्रवाल के अनुसार प्रदेश भर में इस समय करीब 35 हजार एचआइवी/एड्स के मरीज रजिस्टर्ड हैं। ऐसे में समय-समय पर मरीजों के वायरल लोड जांच करनी होती है ताकि मरीज के अंदर बीमारी के फैलाव को देखते हुए उसके हिसाब से दवाई दी जा सके। डा. रितू ने बताया कि अब से पहले मरीजों की जांच मैट्रोपोलिस लैब से होती थी। उन्होंने बताया कि नाको प्रोजेक्ट के तहत यह मशीन पीजीआइ के माइक्रोबायोलोजी विभाग में पहुंची है। मरीजों के हितों को देखते हुए अब इसमें मरीजों के सैंपलों की जांच शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि यह पहली मशीन पूरे प्रदेश में पीजीआईएमएस को ही मिली है।

मरीजों के लिए तीन ट्रीटमेंट लाइन

डा. रितू ने बताया कि एचआइवी की दवाईयां देने की तीन ट्रीटमेंट लाइन होती हैं और मरीज को पहली लाइन से आराम ना आने पर यह जांच करवाकर ही दूसरी लाइन पर डाला जाता है। उन्होंने कहा कि यदि बिना टेस्ट के मरीज की दवाइयों की कैटेगरी बदल दी जाती है तो उससे मरीज पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है और उसको दवाइयों से लाभ होना तो दूर, बल्कि दुष्प्रभाव पड़ता है। उन्होंने बताया कि अब इस मशीन के पीजीआइ में उपलब्ध हो जाने से सभी मरीजों का यह टेस्ट निशुल्क होगा और समय पर हो पाएगा। उन्होंने कहा कि अभी सबसे पहले पीजीआईएमएस में रजिस्टर्ड मरीजों का यह ठेस्ट किया जाएगा, फिर धीरे-धीरे पूरे प्रदेश के मरीजों का टैस्ट यहां होगा।

मशीन से टेस्ट शुरु करने के दौरान डा. अर्पणा, नोडल अधिकारी एआरटी सेंटर डा. वीकेयाल, डा. दीपक जैन, डा. किरण, डा. रमा, डा. मधू शर्मा, डा. निधि गोयल, डा. पीएस गिल, डा. अंतरीक्ष दीप, डा.पारूल, परमहंस, रितू शर्मा व अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।

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