रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल से बिगड़ी रोहतक पीजीआइ की स्वास्थ्य सेवाएं, घर वापस लौटे रहे मरीज

आरडीए की ओर से बुधवार सुबह सात बजे से आपास सेवाएं ठप्प करने के बाद पीजीआइ निदेशक ने आरडीए पदाधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया। दस बजे हुई इस बैठक में निदेशक ने उन्हें केवल आपास सेवाएं बहाल करने का अनुरोध किया।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 02:06 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 02:06 PM (IST)
रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल से बिगड़ी रोहतक पीजीआइ की स्वास्थ्य सेवाएं, घर वापस लौटे रहे मरीज
वार्डों से घर लौट रहे मरीज, रोहतक पीजीआइ में ट्रमा में भी नहीं मिल रहा इलाज।

रोहतक, जागरण संवाददाता। रोहतक पीजीआइ में रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल का सही असर बुधवार में देखने केा मिला, जब आरडीए ने ओपीडी के साथ-साथ आपात सेवाओं, ट्रामा सेंटर व आइसीयू व ओटी से भी रेजिडेंट डाक्टरों को वापस बुला लिया। जिसके बाद सुबह से ही मरीज वार्ड छोड़कर घरों को लौटने लगे। यहां पर सही इलाज नहीं होने के कारण कुछ ने खुद छुट्टी करवा ली तो कुछ को चिकित्सकों ने दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट होने की सलाह दी। जिसके बाद आलम यह बना कि वार्डों, इमरजेंसी व ट्रामा सेंटर में शाम तक केवल इक्का-दुक्का ही मरीज नजर आए।

ओपीडी की भीड़ भी नहीं संभली, पीजीआइ प्रबंधन का नहीं माना अनुरोध, शाम को होगा फैसला

छह से आठ हजार की ओपीडी वाले पीजीआइ में बुधवार को हालात काफी खराब नजर आए। मेडिसिन विभाग, गायनी, पीडियाट्रिक व हड्डी रोग विभाग के सामने मरीजों की लंबी कतारें हालात को बयां कर रही थी। छह से आठ रेजिडेंट डाक्टरों के द्वारा संभाले जाने वाले इन विभागों को केवल दो से तीन सीनीयर फैकल्टी संभाल रहे थे। जिससे यहां आने वाले मरीजों को घंटो इंतजार के बाद जांच हो रही थी। जिसके चलते मरीजों दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में मरीजों को बेड तक नहीं मिल रहे हैं।

आपात सेवाएं बहाल करने पर नहीं बनी बात

आरडीए की ओर से बुधवार सुबह सात बजे से आपास सेवाएं ठप्प करने के बाद पीजीआइ निदेशक ने आरडीए पदाधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया। दस बजे हुई इस बैठक में निदेशक ने उन्हें केवल आपास सेवाएं बहाल करने का अनुरोध किया। लेकिन आरडीए पदाधिकारियों ने बिना फोर्डा की सहमति के ऐसा करने में असमर्थता जता दी। आरडीए ने स्पष्ट किया कि शाम को छह बजे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ होने वाली फोर्डा की मीटिंग के बाद आरडीए की वर्चुअल मीटिंग होगी। जिसमें आपात सेवाओं व दूसरे बिंदुओं पर चर्चा होगी, उसके बाद ही वे आगामी फैसला लेंगे।

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