रोहतक में आप के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद बोले, 26 नवंबर को गाय का गोबर लेकर एचपीएससी आयोग जाएंगे
आप के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि हरियाणा में सभी सरकारी नौकरियों के रेट तय है और सरकार के नेता बेरोजगार युवाओं का पैसा खाने में लगे हुए हैं। बेरोजगार युवाओं का पैसा खाने वालों के लिए 26 नवंबर को गाय का गोबर लेकर एचपीएससी आयोग में जाएंगे।
रोहतक, जागरण संवाददाता। रोहतक में आप के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि हरियाणा में सभी सरकारी नौकरियों के रेट तय है और सरकार के नेता बेरोजगार युवाओं का पैसा खाने में लगे हुए हैं। बेरोजगार युवाओं का पैसा खाने वालों के लिए 26 नवंबर को गाय का गोबर लेकर एचपीएससी आयोग में जाएंगे। एचपीएससी आयोग में घोटाले में गिरफ्तार अनिल नागर ने पुलिस पूछताछ में दो मंत्रियों और दो बड़े अधिकारियों के नाम उजागर किए हैं। मुख्यमंत्री अगर ईमानदार हैं तो दोनों मंत्रियों के नामों को सार्वजनिक करें। बिना राजनेताओं की संलिप्तता की इस तरह की रिश्वत का खेल संभव नहीं है। जयहिंद मंगलवार को मैना पर्यटन केंद्र में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एचपीएससी घोटाले में दो मंत्री शामिल, सरकार उजागर करे नाम : जयहिंद
जयहिन्द ने कहा कि 2016 में पूर्व चैयरमैन भारत भूषण भारती की गलत तरीके से हुई नियुक्ति पर सवाल खड़े कर चुके थे, लेकिन सरकार ने उस वक्त भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं की थी , उसके बाद 2018 में पेपर लीक मामले पर जब दोबारा सरकार को घेरा, तब भी सरकार ने जांच के आश्वासन के बाद मामले को दबा दिया था।
26 नवंबर को गाय का गोबर लेकर पंचकूला स्थित आयोग के दफ्तर में जाएंगे।
प्रदेश के 30 लाख युवाओं की सरकार ने नौकरी देने के नाम पर चकरी बना रखी है। उनका आर्थिक और मानसिक रूप से नुकसान किया जा रहा है। सरकार नौकरियों के आवेदन निकालती है और उसके बाद रद्द कर देती है। इससे युवाओं की प्रताड़ना हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल अक्सर बोलते हैं कि पूर्व की सरकार में पर्ची-खर्ची चलती थी, लेकिन अब अपनी सरकार में ही नौकरियों में हो रहे घोटाले पर जवाब दें। जयहिंद ने कहा कि अब तो सूटकेस की परंपरा शुरू हो गई। सूटकेस भरकर नोट देने पर नौकरियां दी जाती है। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को गाय का गोबर लेकर पंचकूला स्थित आयोग के दफ्तर में जाएंगे।
नवीन जयहिंद ने आयोग के सभी सदस्यों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए ताकि युवाओं के खून-पसीने की कमाई दलालों व आयोग के सदस्यों की जेब से निकाली जा सके। घोटालों व पेपर लीक के सभी मामलों की जांच हाई कोर्ट के सीटिंग जज से होनी चाहिए। आयोग को भी तुरंत प्रभाव से भंग कर देना चाहिए।