Rohtak murder case: रोहतक में कार लूटने के लिए की गई थी पानीपत के ट्रांसपोर्टर सौरभ की हत्या

रोहतक में एक जुलाई को एक युवक का शव पड़ा मिला था जिसकी गोली मारकर हत्या की गई थी। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के फूलापुर गांव निवासी सौरभ के रूप में हुई थी। इस मामले में अब तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 05:11 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 05:11 PM (IST)
Rohtak murder case: रोहतक में कार लूटने के लिए की गई थी पानीपत के ट्रांसपोर्टर सौरभ की हत्या
पानीपत का व्यापारी पत्नी और बेटियों को लेने 30 जून रात जलेबी चौक के पास आया था, शव मिला था

जागरण संवाददाता, रोहतक : झज्जर-रोहतक हाईवे पर पेट्रोल पंप के नजदीक पानीपत के ट्रांसपोर्टर सौरभ हत्याकांड के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। शिवाजी कालोनी थाना पुलिस ने तीनों आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया है, जिन्हें तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है। आरोपितों ने गाड़ी लूट के इरादे से हत्याकांड को अंजाम दिया है।

यह था मामला

हाइवे पर जलेबी चौक के नजदीक एक जुलाई को एक युवक का शव पड़ा मिला था, जिसकी गोली मारकर हत्या की गई थी। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के फूलापुर गांव निवासी सौरभ के रूप में हुई थी। जो पानीपत की मुखीजा कालोनी में रहता था और ट्रांसपोर्ट का काम करता था। जांच में सामने आया था कि उसकी पत्नी पूनम अपने देवर संतोष की शादी में फूलापुर गांव गई थी। 30 जून की रात वह अपनी पत्नी अौर बेटी नेशी व खुशबू को लेने के लिए पानीपत से रोहतक जलेबी चौक पर आया था। तड़के करीब तीन बजे वह जलेबी चौक पर उतरी और अपने पति को फोन किया। सौरभ के मोबाइल की घंटी आसपास सुनाई दी, जिसके बाद पूनम ने वहां पर जाकर देखा तो सौरभ खून से लथपथ हालत में पड़ा था, जिसकी हत्या की गई थी। शिवाजी कालोनी थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

इस तरह दिया था हत्याकांड को अंजाम

थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत सिंह ने बताया कि मामले की जांच के दौरान सामने आया कि सोनीपत के थाना कलां गांव निवासी विकास उर्फ खगड़ी, मनीष और खरखौदा के आदर्श नगर निवासी रवि उर्फ डालडा ने हत्याकांड को अंजाम दिया है, जो फिलहाल किसी अन्य वारदात में सोनीपत जेल में बंद है। इसके बाद शुक्रवार को तीनों आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपितों का पुराना आपराधिक रिकार्ड रहा है। हत्याकांड वाली रात तीनों आरोपित बाइक पर वहां से गुजर रहे थे। उन्होंने सौरभ को पेट्रोल पंप के पास अकेले ही कार में बैठे देखा। जिसके बाद उन्होंने थोड़ा आगे जाकर बाइक खड़ी कर दी और पैदल ही वापस कार के पास आए।

उन्होंने सौरभ से बातचीत की, जिसमें उन्हें पता चल गया कि वह पानीपत का रहने वाला है और यहां पर किसी को लेने आया था। इसके बाद तीनों आरोपितों ने उससे कार की चाबी छीन ली और कार लेकर वहां से भागने लगे। सौरभ अपने दोस्त की कार लेकर आया था, जिसे वह लूटने से बचाना चाहता था। इसलिए उसने डटकर मुकाबला किया, लेकिन तभी कार में पीछे बैठे मनीष ने उसे गोली मार दी। इसमें सौरभ की मौत हो गई। इसके बार आरोपित डीघल टोल तक हाईवे और फिर गांव के संपर्क रास्तों से होते हुए बहादुरगढ़ पहुंच गए थे। आरोपितों ने रुपया चौक के पास से एक स्कूटी लूट की वारदात को भी अंजाम दे रखा है। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

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