सोशल मीडिया पर एक आइडिया ने बदल दी रोहतक के किसान की जिंदगी, ड्रैगन फ्रूट से हुए मालामाल
रोहतक के किसान सतीश ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं। सोशल मीडिया से आइडिया मिला था। पंजाब के किसानों से ट्रेनिंग ली। रोहतक में इस फल की खेती करने वाले पहले किसान हैं। इसकी काफी डिमांड है। 20 से 25 साल तक पौधा उपज देता है।
रोहतक [रतन चंदेल]। सोशल मीडिया का प्रयोग कुछ लोगों के लिए टर्निंग प्वाइंट भी बन रहा है। रोहतक के जिंदरान गांव निवासी सतीश ऐसे किसान हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया से आइडिया लेकर अपने गांव में ही ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू कर दी है। दावा किया जा रहा है कि रोहतक में वे ऐसे पहले किसान हैं जिन्होंने यहां ड्रैगन फ्रूट लगाया है।
उनका कहना है कि विदेशों से आयात किए जाने वाले इस फल को अपने खेतों में उपजाकर यहां के किसान भी सालाना लाखों रुपये कमा सकते हैं। केवल एक-दो साल तक नहीं बल्कि 20 से 25 साल तक भी इनके पौधों पर फल आते रहते हैं। ऐसे में किसान एक बार मेहनत करके हर साल मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। उन्होंने दो साल पहले एक एकड़ में ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए हैं। इनके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। यह फल जितना पौष्टिक है उतना ही महंगा भी बिकता है। मार्केट ही नहीं बल्कि सुपर मार्केट और स्टोर्स में भी इसकी खूब मांग रहती है। इसका उपयोग कई बीमारियों में भी लाभदायक माना जाता है। उधर, बागवानी विभाग के अधिकारियों ने भी किसान के इस प्रयोग की सराहना की है।
गुलाबी रंग का स्वादिष्ट फल
ड्रैगन फ्रूट गुलाबी रंग का स्वादिष्ट फल होता है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। कई बीमारियों में भी इसका सेवन लाभदायक होता है। सतीश बताते हैं कि ड्रैगन फ्रूट की खेती का आइडिया सोशल मीडिया से मिला। इसके बाद वे पंजाब में जाकर किसानों से भी मिले और वहां पहले से इसकी खेती कर रहे किसानों से अधिक जानकारी भी ली। फिर जुलाना से लाकर पौधे लगाए और अपनी जमीन में इसकी खेती शुरू कर दी।
फल आने में 15 महीने का समय
बीए पास किसान सतीश का कहना है कि इसके पौध लगाने के लगभग 15 महीने बाद पौधों पर फल आने लगते हैं। इसके बाद इन फलों को तोड़कर बाजार में बिक्री के लिए भेजा जाता है। एक बार फल आने शुरू होने पर इसके पौधों में बहुत अधिक देखभाल की जरूरत भी नहीं पड़ती है।
किसानों के लिए है फायदेमंद
यह किसानों के लिए बहुत फायदे का सौदा हो सकता है। किसान का कहना है कि एक एकड़ में लगभग पांच लाख की लागत लगती है। थोड़ी सी मेहनत कर लगभग 15 महीने में ही फल आने लगते हैं। एक एकड़ से सालाना पांच से छह लाख तक की आय किसान कर सकते हैं।
अधिक मुनाफे वाली फसलें लगाएं
जिला बागवानी अधिकारी डा. हवा सिंह ने कहा कि जिंदरान गांव के किसान सतीश ने ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की है। उनका यह प्रयोग सराहनीय है। दूसरे किसान भी ड्रैगन फ्रूट की खेती कर मुनाफा बढ़ा सकते हैं। सरकार भी किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयास कर रही है। अधिक मुनाफे वाली फसलें लगाकर किसानाें को अपनी आय बढ़ानी चाहिए।
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