'गब्बर' का गैंग तीन राज्यों में करता था वारदात, एक महीने में 14 लोगों को बनाया निशाना
सिरसा पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। तीन राज्यों में वारदात करने वाले गिरोह के दो सदस्य पकड़े। एक महीने पहले कार खरीदी। नशे की पूर्ति और जल्द अमीर बनने की चाहत में लूट करने लगे। गिरोह का सरगना गब्बर नाम का आदमी है।
संवाद सहयोगी, डबवाली (सिरसा)। 22 जून को चार लाख रुपये की कार खरीदी। एडवांस में 50 हजार रुपये दिए। शेष साढ़े तीन लाख रुपये देने के लिए एक माह का समय मांगा। पैसे पूरे करने के लिए शुरू कर दी आपराधिक वारदातें। एक माह में हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र में 14 आपराधिक वारदातें अंजाम दीं। यह खुलासा चौटाला पुलिस ने दो बदमाशों को पकड़ने के बाद किया है।
पकड़े गए आरोपित की पहचान गांव सकताखेड़ा निवासी बलजिंद्र सिंह उर्फ गब्बर, डबवाली के चौटाला रोड निवासी अमनदीप उर्फ मनु के रूप में हुई। तीसरे साथी की पहचान डबवाली निवासी रणजीत सिंह के रूप में हुई है। तीनों ने 18-19 जुलाई की मध्यरात्रि एक बजे गांव रामपुरा बिश्नोइयां निवासी देवीलाल से मारपीट करके 12 हजार रुपये तथा अन्य सामान लूट लिया था। वारदात के बाद आरोपित अर्टिगा कार से फरार हो गए थे। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त अर्टिगा कार, पिस्तौलनुमा खिलौना, चार-पांच डंडे आदि सामान बरामद किया है। बुधवार को आरोपितों को अदालत में पेश किया जाएगा।
वारदात के बाद दूसरे राज्य भाग जाते
लूटी की गई नकदी तथा तीसरे साथी के ठिकानों की जानकारी जुटाने के लिए पुलिस रिमांड लेने का प्रयास करेगी। चौटाला पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में गब्बर और मनु ने 14 वारदात कबूली हैं। जिससे पता चलता है कि आरोपित पंजाब, हरियाणा तथा राजस्थान के सीमावर्ती इलाके में एक्टिव रहे। वारदात के बाद आसानी से दूसरे राज्य की सीमा में प्रवेश कर गए।
तूड़ के कूप के बहाने नशा तस्करी
चौटाला पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपित गब्बर है। उसने डबवाली के कार डीलर ढोलू कार बाजार के जरिए वार्ड नंबर पांच निवासी विजय कुमार की कार खरीदी थी। वह दसवीं पास है। चौटाला रोड पर पंजाब के पेट्रोल पंपों के समीप हरियाणा सीमा में तूड़ का कूप चलाता है। कूप के बहाने वह नशा बेचने का काम करता था। खुद भी नशेड़ी है। मनु तथा रणजीत भी नशा करते हैं। वे नशा खरीदने गब्बर के पास आते थे। दोस्ती हुई तो उसके पास ही काम करने लगे थे। नशे की पूर्ति तथा अमीर बनने की चाह में तीनों ने गैंग बना लिया और वारदात अंजाम देने लगे। कार खरीदने के बाद आरोपितों ने तेजी से पैसे कमाने का सपना पूरा करने के लिए वारदात करनी शुरू कर दी।
14 वारदात, जो आरोपितों ने कबूल कीं
नशे की वजह से हुई थी तीनों की दोस्ती
चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी शैलेंद्र कुमार ने कहा कि पकड़े गए दोनों आरोपित नशेड़ी हैं। नशा बेचने का धंधा भी करते हैं। वारदात करने के लिए साजिश रचकर अर्टिगा गाड़ी खरीदी थी। तीनों शादीशुदा हैं। गब्बर की उम्र 35 साल है। जबकि अन्य 27-28 साल के हैं। नशे की वजह से तीनों में दोस्ती हुई थी। लूटी की गई राशि तथा अन्य सामान के लिए आरोपितों को अदालत में पेश करके रिमांड हासिल किया जाएगा। ,
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