सातरोड़ फाटक पर 510 मीटर का 18 पिलर पर खड़ा होगा आरओबी

मुख्यमंत्री ने 2018 में की थी घोषणा 43.61 करोड़ की राशि होगी खर्च

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 07:03 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 07:03 AM (IST)
सातरोड़ फाटक पर 510 मीटर का 18 पिलर पर खड़ा होगा आरओबी
सातरोड़ फाटक पर 510 मीटर का 18 पिलर पर खड़ा होगा आरओबी

- मुख्यमंत्री ने 2018 में की थी घोषणा, 43.61 करोड़ की राशि होगी खर्च

- साउथ बाइपास, दिल्ली रोड और सातरोड चौराहे को चार फुट तक ऊंचा उठाया जाएगा

चेतन सिंह, हिसार

साउथ बाईपास पर एक और फाटक की सौगात जल्द मिलने वाली है। मुख्यमंत्री की से 21 अगस्त 2018 को रेवाड़ी-बठिडा लाइन पर सातरोड फाटक पर आरओबी की घोषणा की गई थी। तीन साल के प्रोसेस के बाद मंगलवार को बीएंडआर की ओर से सातरोड़ फाटक आरओबी के लिए टेंडर लगाया गया है। यह आरओबी करीब आधा किमी लंबा यानि 510 मीटर लंबा होगा। इसे 18 गोलाकर पिल्लरों पर खड़ा किया जाएगा। इस आरओबी को बनाने पर 43.61 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। रेलवे के हिस्से पर करीब चार करोड़ की राशि खर्च होगी यह करीब 31 मीटर लंबा होगा। इस पुल की खास बात यह है कि यह पिल्लरों पर खड़ा होगा और इसके नीचे की जगह को इस्तेमाल किया जाएगा। इस पुल को साउथ बाइपास से दिल्ली रोड की तरफ उतारते समय दिल्ली रोड की ऊंचाई को चार फुट तक उठाया जाएगा। इतना ही नहीं गांव सातरोड़ की तरफ जा रहे रोड़ को भी चार फुट तक उठाया जाएगा। इस आरओबी को सेक्टर 16-17 के आरओबी जितनी चौड़ाई तक रखा जाएगा। इस आरओबी के डिजाइन पर ही करीब 10 लाख रुपये खर्च किए गए थे।

इसके अलावा घोड़ा फार्म रोड पर आरओबी का टेंडर भी जल्द लगाया जाएगा। घोड़ा फार्म रोड पर आरओबी बनाने के लिए एचएसवीपी की जमीन आड़े आ रही है। इस बाधा को दूर करने के लिए चंडीगढ़ फाइल भेजी गई है। अगस्त माह में फाइल के अप्रूव होने की पूरी उम्मीद है इसके बाद इस आरओबी का टेंडर पर लगाया जाएगा।

ऐसा होगा सातरोड़ आरओबी

लंबाई- 510 मीटर

ऊंचाई- 8.3 मीटर

रेलवे के हिस्से की लंबाई- 31.28 मीटर

लागत: 43.61 करोड़ रुपये

शहर का ट्रैफिक बोझ घटेगा

साउथ बाइपास पर आरओबी बनने से शहर में दिल्ली रोड पर ट्रैफिक का बोझ और कम होगा और हांसी से आने वाले वाहन शहर में बिना एंट्री के राजगढ़ और सिरसा की तरफ बिना रूके जा सकेंगे।

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साउथ बाईपास पर सातरोड़ फाटक पर आरओबी के लिए टेंडर लगा दिए गए हैं। नियमानुसार टेंडर खोले जाएंगे इसके बाद वर्क अलाट कर दिया जाएगा।

- रजनीश कुमार, एक्सईएन, बीएंडआर, डिवीजन थ्री

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