हिसार में आयुष्‍मान भारत योजना के तहत 2173 गोल्डन कार्ड आवेदन करने के बाद रिजेक्ट

पिछले काफी महीनो से सीएससी से आवेदन हुए करीब 2173 गोल्डन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं। सीएससी डीएम विकास वर्मा ने कि रिजेक्ट हुए गोल्डन कार्ड अब दोबारा बनवाये जा सकते है। सभी गांवो के सीएससी संचालको को रिजेक्ट हुए आवेदनों की लिस्ट भेज दी गई है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 08:24 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 08:24 AM (IST)
हिसार में आयुष्‍मान भारत योजना के तहत 2173 गोल्डन कार्ड आवेदन करने के बाद रिजेक्ट
आयुष्‍मान भारत के गोल्‍डन कार्ड सीएचसी सेंटर में एक मार्च तक बनवाए जा सकते हैं

बालसमंद [रवि घोड़ेला] हिसार जिलेभर में आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने के लिए सरकार प्रयासरत है। गोल्डन कार्ड बनाने की संख्या में तेजी लाने के लिए सरकार आशा वर्कर, सीएससी, पीएचसी, सीएचसी, अस्पताल सहित अनेक प्रयास कर आमजन को गोल्डन कार्ड बनवाने को प्रेरित कर रही है। पिछले काफी महीनो से सीएससी से आवेदन हुए करीब 2173 गोल्डन कार्ड रद्द कर दिए गए है। सीएससी डीएम विकास वर्मा ने कि रिजेक्ट हुए गोल्डन कार्ड अब दोबारा बनवाये जा सकते है। सभी गाँवो के सीएससी संचालको को रिजेक्ट हुए आवेदनों की लिस्ट भेज दी गई है। रिजेक्ट हुए आवेदनों को एक मार्च तक दोबारा आवेदन कर गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है।    
योजना के तहत मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने और चिकित्सा सुविधा हासिल करने पर एक रुपया भी खर्च नहीं करना पड़ा। इस योजना के तहत गरीब व्यक्ति हार्ट सर्जरी, मोतियाबिंद सहित काफी गंभीर बिमारियों का इलाज करवा सकते है। सीएससी प्रबन्धक ने बताया कि जिले के सभी गांवों में स्थित सीएससी केंद्रो से विशेष अभियान चलाया गया है इस अभियान में सरपंच आशा वर्कर की सहायता से जागरूकता अभियान चलाकर गोल्डन कार्ड की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी।

मिलेगा पांच लाख तक का निशुल्क स्वास्थ्य बीमा
हिसार जिले के कुल 4 लाख 64 हज़ार 852 सदस्य आयुष्मान योजना के बीमा के लाभ के दायरे में आते हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के कुल 3 लाख 11 हज़ार 881 लोग और शहरी क्षेत्र के 1 लाख 52 हज़ार 971 लोगो को इस योजना में शामिल किया गया है। प्रत्येक चयनित परिवार को पांच लाख रुपये तक का सालाना स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा। इसके लिए जिले के 50 से अधिक सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल अधिकृत हैं।

जरूरतमंद परिवार आज भी वंचित
आयुष्मान भारत योजना में अब तक जो लोग शामिल है उनका चयन वर्ष 2011 की आर्थिक जनगणना के आधार पर किया गया था। अब भी काफी बीपीएल परिवार ऐसे है जो आज भी इस योजना से वंचित है। इसके अलावा काफी विधवा महिला, हैंडीकैपेड लोग और अन्य जरूरतमंद लोग अब भी योजना से वंचित है।

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