राम रहीम के नाम पहुंचने लगी राखियां, कोरोना काल में पिछले साल से दस गुना कम संख्‍या

सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के नाम से राखियां पहुंचना शुरू हो गई है। हालांकि पिछले सालों की अपेक्षा इस बार राखियों की संख्या में कई गुना की कमी है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 08:02 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2020 08:02 AM (IST)
राम रहीम के नाम पहुंचने लगी राखियां, कोरोना काल में पिछले साल से दस गुना कम संख्‍या
राम रहीम के नाम पहुंचने लगी राखियां, कोरोना काल में पिछले साल से दस गुना कम संख्‍या

रोहतक [ओपी वशिष्ठ] सुनारिया जेल प्रशासन सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के नाम से राखियां पहुंचना शुरू हो गई है। हालांकि  पिछले सालों की अपेक्षा इस बार राखियों की संख्या में कई गुना की कमी है। जिसके कारण डाक विभाग और जेल प्रशासन थोड़ी राहत महसूस कर रहा है। पिछले साल हजारों की संख्या में राखियां पहुंची थी, जिसे बोरों में भरकर जेल में भेजना पड़ता था।

तीन अगस्त को रक्षा-बंधन पर्व है। गुरमीत के लिए देश के विभिन्न राज्यों से राखियां पहुंचना शुरू हो गई है। पुलिस ट्रेनिंग सेंटर परिसर स्थित उप डाकघर में दो-तीन दिन से स्पीड पोस्ट व रजिस्ट्री के माध्यम से राखियां पहुंचना शुरू हो गई है। अधिकतर राखियां जेल में बंद गुरमीत राम रहीम के नाम की है। रोजाना औसतन 70 से 80 राखियां गुरमीत के नाम की है। अगर पिछले साल की बात करें तो दस दिन पहले ही राखियां डाकघर में आना शुरू हो गई थी, जिनकी संख्या हजारों में होती थी। डाक विभाग के कर्मचारियों को राखियों के रिकार्ड को कंप्यूटर में दर्ज करने के लिए अतिरिक्त समय लगाना पड़ता था। लेकिन इस बार राखियां कम आने से कर्मचारी भी खुश है।

कोरोना का खतरा भी हो सकता है कारण

गुरमीत राम रहीम के नाम की राखियों के कम पहुंचने के पीछे कोरोना संक्रमण भी एक कारण हो सकता है। स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री के माध्यम से ही राखियां भेजी जा रही है। लिफाफों को पहले सैनिटाइन किया जाता है  ताकि कोरोना संक्रमण का कोई खतरा न रहे। इसके बाद कंप्यूटर में रिकॉर्ड बनाया जाता है। बाद में सुनारिया जेल में भेजा जाता है। सुनारिया जेल में भी राखियों को 24 घंटे तक एक स्थान पर रख दिया जाता है। इसके बाद स्कैनिंग करके राखियों को राम रहीम तक भेजा जाता है।

देश के विभिन्न राज्यों से पहुंच रही राखियां

डाक विभाग के अनुसार हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री व साधारण डाक से डेरा सच्चा सौदा अनुयायियों द्वारा राखियां भेजी जा रही है। हरियाणा में सबसे ज्यादा सिरसा, कैथल, जींद, हिसार व गुरुग्राम से राखियां पहुंच रही है। रक्षा-बंधन तक राखियां और इसके बाद 15 अगस्त को गुरमीत राम रहीम के जन्मदिन के ग्रीटिंग पहुंचना शुरू हो जाएंगे। पिछले साल तो एक साथ ही राखियां और ग्रीङ्क्षटग पहुंचे थे। लेकिन इस बार दोनों पर्व में कई दिन का फासला है।

----रोजाना औसतन 70 से 80 स्पीड पोस्ट व रजिस्ट्री गुरमीत राम रहीम के नाम पर आ रही है। जिनमें राखियां है। पिछले साल रोजाना एक हजार से ज्यादा पहुंचती थी।

विकास कुमार, सब पोस्टमास्टर, पीटीसी, सुनारिया।

chat bot
आपका साथी