सीसवाल में तेज बहाव के चलते टूटी बरसाती ड्रेन, खेतों से गांव तक पहुंचा पानी
करीब 50 एकड़ में खड़ी फसलों को पहुंचा नुकसान
फोटो : 11 और 12
- करीब 50 एकड़ में खड़ी फसलों को पहुंचा नुकसान
संवाद सहयोगी, मंडी आदमपुर: गांव सीसवाल में तेज बहाव के चलते बरसाती पानी के लिए बनी ड्रेन टूट गई। रविवार अलसुबह पांच बजे टूटी ड्रेन का पानी खेतों से होते हुए गांव तक पहुंच गया। सुबह 9 बजे तक ग्रामीण लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से ड्रेन को पाटने की गुहार लगाते रहे लेकिन मौके पर पहुंचने के बाद भी अधिकारियों ने राहत का काम आरंभ नहीं किया। इसके चलते गांव के युवाओं ने अपने स्तर पर ड्रेन को पाटने का काम शुरू किया और करीब दो घंटों की मशक्कत के बाद तेज पानी के बहाव को रोक दिया।
ग्रामीण ने लगाए आरोप
ग्रामीणों ने बताया सुबह करीब पांच बजे ड्रेन का एक किनारा टूट गया। इससे पानी तेजी से खेतों की तरफ आने लगा। मामले की जानकारी तुरंत विभाग के अधिकारियों को दी गई। करीब दो घंटे बाद पटवारी व कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी मंगवाई। लेकिन मिट्टी चिकनी होने के कारण मौके पर पहुंचने से पहले ही जेसीबी धस गई। इसके बाद वे आलाधिकारियों को फोन करते रहे लेकिन राहत व बचाव का काम शुरू नहीं हुआ।
गांव के युवाओं ने संभाली कमान
विभाग के अधिकारियों के मूकदर्शक बनने पर गांव के युवाओं ने कमान अपने हाथ में ले ली। युवाओं ने मिलकर करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ड्रेन को पाट दिया। पानी का बहाव 11 बजे तक बिल्कुल रोक दिया गया। लेकिन इन किनारों को पक्का करने में युवा लगातार प्रयास में लगे रहे। युवाओं का कहना है कि वे आज किनारों को पूरी तरह भरकर जाएंगे ताकि पानी के तेज बहाव आने से यहां दोबारा कटाव ना हो सके।
ये बोले अधिकारी
नहरी विभाग के जेई विनोद कुमार ने बताया कि उनके पास छह बजे के आसपास फोन आया था। महज 15 मिनट में वे मौके पर पहुंच गए थे। आते ही जेसीबी को बुलाया गया, लेकिन मिट्टी में नमी होने के चलते वह धंस गई। इसके बाद बड़ी पापलिन मशीन को बुलाया गया। उनके कर्मचारी ग्रामीणों के साथ मिलकर काम करते रहे और नहर को पाटने का काम किया।
ड्रेन में आता है सेम का पानी
सीसवाल में टूटी इस ड्रेन में बरसात, सेम और गंदा पानी आता है। यह ड्रेन जगह-जगह से कच्ची है। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी मरम्मत कभी भी नहीं हुई है। इस बार लगातार हो रही बरसात होने के कारण मिट्टी में नमी आ गई। ड्रेन में अधिक बहाव के कारण नमी के चलते मिट्टी में अपरदन हो गया और किनारें की मिट्टी पानी के साथ बह गई।
किसानों को काफी नुकसान
ड्रेन के टूटने से किसानों की करीब 50 एकड़ जमीन में पानी घुस गया। इससे यहां के किसानों की कपास, मूंग, ग्वार सहित सभी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से तुरंत नुकसान का जायजा लेने की बात कहते हुए मुआवजा देने की मांग की है।