Rainy Season: सिरसा में किसानों के लिए आफत बनी बारिश, कपास और मूंगफली की फसल को नुकसान
सिरसा में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जिले जिले में किसानों ने कपास की दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र धान की 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र व मूंगफली की 8 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बिजाई की गई है।
सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। बारिश से कपास व मूंगफली की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। बारिश से कपास के टिंडे गलने लगे हैं। वहीं किसानों द्वारा बिजाई की गई मूंगफली अंकुरित होने लगी है। जिन किसानों ने मूंगफली निकाल हुई है। वह भीगने से काली पड़ने लगी है। सोमवार को चौपटा क्षेत्र में सबसे अधिक 30 एमएम व सिरसा में 5 एमएम बारिश हुई। वहीं मौसम वैज्ञानिकों ने च के अनुसार अगले 48 घंटों में बारिश होने की संभावना है।
सेमग्रस्त गांवों में सबसे ज्यादा नुकसान
जिले जिले में किसानों ने कपास की दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र, धान की 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र व मूंगफली की 8 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बिजाई की गई है। इसमें किसानों का कहना है कि लगातार हो रही बारिश से सेमग्रस्त गांव दड़बा कलां, मानक दिवान, रूपाना, नाथूसरी कलां, लुदेसर, माखोसरानी, शक्करमंदोरी, तरकांवाली, शाहपुरिया, गुडियांखेड़ा में जलभराव से फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। किसान दूनीराम, विरेंद्र सिंह, सुभाष चंद्र, महावीर, हरिश कुमार, जय सिंह ने बताया कि कपास व मूंगफली की फसल कर तैयार हो चुकी है। इसी के साथ धान की फसल भी कुछ दिन में पक कर तैयार होने वाली है। बारिश होने से फसलों में जलभराव होने से अब नुकसान होने लगा है। मूंगफली की फसल निकालने की तैयारी कर रहे थे। अब बारिश होने से अंकुरित हो गई है। उन्होंने कहा कि गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा दिया जाए। जिससे किसानों को आर्थिक तौर पर नुकसान न हो।
शहर में जलभराव
बारिश होने से शहर में जगह जगह जलभराव हो गया। जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। शहर में परशुराम चौक, गोल डिग्री, आंबेडकर चौक, जनता भवन रोड, अग्रेसन कालोनी, भारत नगर, कीर्तिनगर की कई गलियों में जलभराव हो गया। जिससे घरों से निकालना मुश्किल हो गया।