Fatehabad: भट्टू कलां रेलवे रोड पर ओवर ब्रिज के लिए भेजा गया एस्टीमेट, विभागीय कार्रवाई पर उठे सवाल

भट्टू कलां रेलवे फाटक लोगों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है। जबकि इस रोड को बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है। रेलवे फाटक 122 से रेलवे ओवर ब्रिज तक विभाग द्वारा रेलवे बीकानेर डिवीज़न के पास इसका एस्टीमेट भेजा गया है।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:07 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 11:07 AM (IST)
Fatehabad: भट्टू कलां रेलवे रोड पर ओवर ब्रिज के लिए भेजा गया एस्टीमेट, विभागीय कार्रवाई पर उठे सवाल
रेलवे की विभागीय कार्रवाई पर उठे सवाल।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। आजादी से पूर्व बना भट्टूकलां में रेलवे स्टेशन, मकसद स्पष्ट था कि बेहतर रेलवे नेटवर्क के जरिये क्षेत्र को आर्थिक समृद्धि और विकास की मुख्यधारा में लाया जाए। यह स्टेशन खासकर राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों तक आवाजाही का प्रमुख स्रोत भी बना। लेकिन आर्थिक विकास और समृद्धि की राह में लालफीताशाही और अफसरों की बेपरवाही रोड़े अटका रही है। आलम यह कि आसपास की सड़कें भी बाबुओं की फाइलों में ही बन रही हैं।

लोगों में रेलवे विभाग के प्रति भारी निराशा देखने को मिल रही है

इस हकीकत का अंदाजा यूं लगाया जा सकता है कि भट्टू कलां रेलवे फाटक संख्या 122 से पंचायत घर तक जर्जर रोड लोगों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है। जबकि इस रोड को बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है। रेलवे फाटक 122 से रेलवे ओवर ब्रिज तक विभाग द्वारा रेलवे बीकानेर डिवीज़न के पास इसका एस्टीमेट भेजा गया है। अभी तक यह एस्टीमेट पास नहीं हुआ है। लंबे समय से इस रोड के निर्माण ना होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सच्चाई का एक पहलू यह भी है कि रोड निर्माण कार्य को लेकर विभागीय कागजी कार्रवाई कछुआ चाल होने से लोगों में रेलवे विभाग के प्रति भारी निराशा देखने को मिल रही है।

निराशा के बीच आक्रोश इसलिए कि यहां बने गड्ढे इतने बड़े हैं कि यहां पर बारिश के दौरान पानी का ठहराव होने से यह गड्ढे भी तालाब की तरह ही नजर आते हैं। लोगों को ऐसे जर्जर रोड से निकलने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। भट्टू मंडी से भट्टू गांव की ओर जाते समय यह रोड़ रामसरा, ढाबी कलां, ठूईयां, जांडवाला बागड़, व राजस्थान को जाने वाला मुख्य मार्ग है। इतना व्यस्त रोड होने के बावजूद इस रोड के निर्माण कार्य में रेलवे विभाग द्वारा बरती जा रही देरी हर किसी को परेशानी में डाल रही है।

एस्टीमेट पास नहीं हुआ है : आनंदस्वरूप

इस बारे रेलवे विभाग के आईएईएन आनंदस्वरूप ने कहा कि करीब 800 मीटर लंबे इस रोड के निर्माण को लेकर डिवीज़न में एस्टीमेट भेजा गया है। पास होते ही जल्द से जल्द कार्य शुरू हो इसके लिए प्रयास किया जाएगा।

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