कोरोना वायरस से निपटने को 100 बेड और 25 वेंटीलेटर का इंतजाम

सीएमओ ने आइएमए से जुड़े अस्पतालों से मांगी थी आइसोलेशन के लिए बेड सहित अन्य सुविधाओं की रिपोर्ट।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sat, 07 Mar 2020 04:34 PM (IST) Updated:Sat, 07 Mar 2020 04:34 PM (IST)
कोरोना वायरस से निपटने को 100 बेड और 25 वेंटीलेटर का इंतजाम
कोरोना वायरस से निपटने को 100 बेड और 25 वेंटीलेटर का इंतजाम

जेएनएन, हिसार। शहर में कोरोना वायरस से निपटने के लिए सीएमओ ने आइएमए से जुड़े शहर के मुख्य 50 अस्पतालों से आइसोलेशन वार्ड, वेंटीलेटर, मास्क, ग्लब्स और मेडिकल सुविधाओं की रिपोर्ट मांगी थी। जिनकी रिपोर्ट के आधार पर शहर के 50 बड़े अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड के लिए करीब 100 बेड उपलब्ध हैं, जिनको आइसोलेशन वार्ड में प्रयोग किया जाएगा। साथ ही करीब 25 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं। वहीं अग्रोहा मेडिकल में भी वेंटीलेटर उपलब्ध है, जिन्हें आपातकालीन स्थिति में प्रयोग किया जाएगा। सीएमओ ने बड़े अस्पतालों सहित छोटे निजी अस्पतालों को भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक किया और कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण वाले मरीजों की तुरंत जानकारी देने के लिए अलर्ट किया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित विभागों के साथ भी रोजाना बैठक कर कोरोना वायरस से बचाव की जानकारी दी जा रही है। वहीं सिविल अस्पताल में अलग से भी आइसोलेशन वार्ड तैयार हो गया है, साथ ही एक कोरोना मरीजों की जांच के लिए अलग से केबिन बनाया गया है जो पहले बनाए गए आइसोलेशन वार्ड के सामने है।

कम रेट में मास्क उपलब्ध करवाने के लिए कहा

सीएमओ ने शुक्रवार को शहर की केमिस्ट एसोसिएशन के साथ भी बैठक की और उन्हीं लोगों को मास्क उपलब्ध करवाने के लिए कहा है जिन्हें जरूरत है। साथ ही मास्क को जायज रेट में उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है।

अस्पताल प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई डिमांड

एन-95 मास्क - 500

पीपीई किट - 1000

पंफ्लेट की डिमांड भेजी - 30000

सिविल अस्पताल में इतने मास्क उपलब्ध

सिविल अस्पताल - 3000

मलेरिया विभाग - 1000

एन-95 का दाम 20 से बढ़कर 250 रुपये तक पहुंचा

कोरोना वायरस के कारण शहर में थ्री लेयर मास्क का स्टॉक लगभग खत्म हो गया है। कारण थ्री लेयर और एन-95 यानि फाइव लेयर और सेवन लेयर मास्क बनाने के लिए इलास्टिक, नोज पिन, फिल्टर लेयर आदि रॉ मटिरियल है जो चीन से आता था, लेकिन इसकी सप्लाई नहीं हो पा रही है। जबकि दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद इस मास्क की शहर में डिमांड बढ़ गई है। जिनके पास पुराना स्टॉक है वो कई गुना अधिक दाम में मास्क बेच रहे हैं। लेकिन अधिकांश ऑर्डर रद किए जा रहे है, जिससे शहर के मेडिकल सेंटर्स पर मास्क नहीं आ रहे है। नेशनल सर्जिकेयर के संचालक अभिनव लांबा ने बताया कि शहर में मुंबई, गुजरात, अहमदाबाद, नागपुर, वापी शहरों में स्थित कंपनियों से मास्क, मलेशिया से ग्लब्स आता है। जो थ्री लेयर मास्क पहले डेढ़ से दो रुपये में उपलब्ध था, वही मास्क 20 से 30 रुपये में बेचा जा रहा है। एन-95 पहले प्रति मास्क 80 रुपये बिक रहा था। लेकिन अब इसके 250 रुपये मांगे जा रहे हैं।

ग्लब्स, हैंडवॉश भी खत्म

वहीं शहर में ग्लब्स और हैंडवॉश का स्टॉक भी खत्म हो गया है। शहर में मलेशिया से ग्लब्स आते है लेकिन इसका रेट पहले एक रुपया था जो अब 3 से 5 रुपये में बेचा जा रहा है। साथ ही अच्छी कंपनियों के हैंडवॉश का स्टॉक भी खत्म हो गया है, क्योंकि कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोग हाथ धोने और ग्लब्स का अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। अभिनव ने बताया कि मास्क को 30 रुपये में भेजा जा रहा है।

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