महिलाओं के सहयोग से ही पुरुष अपनी जिम्मेदारियों को निभा पा रहे : प्रो. कुलपति

जागरण संवाददाता हिसार गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की महिला सैल की तरफ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 04:00 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 04:00 AM (IST)
महिलाओं के सहयोग से ही पुरुष अपनी जिम्मेदारियों को निभा पा रहे : प्रो. कुलपति
महिलाओं के सहयोग से ही पुरुष अपनी जिम्मेदारियों को निभा पा रहे : प्रो. कुलपति

जागरण संवाददाता, हिसार: गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की महिला सैल की तरफ से लॉकडाउन से पहले और बाद के महिलाओं के संसार विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार के मुख्यातिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार रहे। वेबिनार की मुख्यवक्ता पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ की सोशलॉजी विभाग की प्रो. राजेश गिल थी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. हरभजन बंसल वेबिनार के विशिष्ट अतिथि रहे। अध्यक्षता महिला सैल की चेयरपर्सन प्रो. स्नेहलता गोयल ने की। वेबिनार की संयोजक विश्वविद्यालय के फूड टेक्नोलॉजी विभाग की प्रो. अलका शर्मा तथा सहसंयोजक इनवायर्नमेंट साइंस एंड इंजीनियरिग विभाग की डा. अन्नू गुप्ता रही। कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने इस अवसर पर कहा कि महिलाएं बहुमुखी प्रतिभा की धनी होती हैं। एक समय में एक से ज्यादा काम करने में दक्ष होती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सहयोग से ही पुरुष अपनी जिम्मेदारियों को निभा पा रहे हैं। जल्द ही सब ठीक हो जाएगा और हम सब मिलकर फिर से नई ऊर्जा के साथ और तेजी से अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे।

मुख्य वक्ता प्रो. राजेश गिल ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान महिलाओं ने भारी चुनौतियों का सामना किया है। इस दौरान कई महिलाओं को अपनी नौकरी खोनी पड़ी। साथ ही घर परिवार की जिम्मेदारियों को पहले से भी ज्यादा निभाया। लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के प्रति अप्रत्यक्ष रूप से घरेलु हिसा भी बढ़ी हैं। इसके बावजूद महिलाओं ने इन चुनौतियों का बखूबी सामना किया। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने कानूनों का जिक्र भी किया। कुलसचिव प्रो. हरभजन बंसल ने कहा कि हमें सबसे पहले महिलाओं के प्रति अपने दृष्टिकोण को बदलना होगा। महिलाओं के समानता के अधिकार का सम्मान करना होगा तथा जिम्मेदारी मिलकर निभानी होगी। प्रो. स्नेहलता गोयल ने घर से कार्य तथा जिम्मेदारियों विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि महिलाओं को लॉकडाउन के दौरान कोई छुट्टी नहीं मिली। उन्होंने पहले से भी अधिक कार्य किए तथा जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। स्टे एट होम महिलाओं के लिए एक नई जिम्मेदारी बनकर आया था। प्रो. अलका शर्मा ने धन्यवाद दिया। डा. अन्नू गुप्ता ने वेबिनार का संचालन किया। वेबिनार में 80 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।

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