प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने किया भिवानी बोर्ड का घेराव, भारी पुलिस बल रहा तैनात
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सदस्य प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा के नेतृत्व में बोर्ड के गेट पर नारेबाजी करते हुए पहुंचे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सरकार के आदेशों को स्कूलों के लिए घातक बताया। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी आवाज नहीं सुनी जाती है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
भिवानी, जेएनएन। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सोमवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का घेराव किया। एसोसिएशन के सदस्य बोर्ड के मुख्य गेट पर धरना देकर बैठ गए। कहा भिवानी बोर्ड अध्यक्ष को अपने स्कूलों की चाबी सौंपेंगे। बोर्ड के घेराव को देखते हुए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सदस्य प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा के नेतृत्व में बोर्ड के गेट पर नारेबाजी करते हुए पहुंचे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सरकार के आदेशों को स्कूलों के लिए घातक बताया।
उन्होंने कहा कि जब तक उनकी आवाज नहीं सुनी जाती है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। प्राइवेट स्कूलों में तैनात अध्यापक व अन्य कर्मचारियों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। सरकार को प्रदेश के स्कूलों से सरोकार नहीं होने के कारण यह आदेश दिए जा रहे है। शर्मा ने कहा कि सरकार ने स्कूलों को बंद कर दिया है तो वह इस लिए बोर्ड अध्यक्ष को स्कूलों की चाबी सौंपने आए है।
शर्मा ने कहा कि सरकार ने स्कूल ही बंद कर दिए है तो हम अपने स्कूलों को ताला लगाकर चाबियां बोर्ड चेयरमैन को देंगे। सरकार इनका कुछ भी करें। एसोसिएशन का कहना है कि आज के समय में स्कूल चलाना, कर्मचारियों की तनख्वाह देना, बसों की किश्त भरना मुश्किल है। एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर सुबह से ही धरना दिए हुए थी। बाद में बोर्ड अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह को एसोसिएशन की तरफ से ज्ञापन भी सौंपा गया। बता दें कि कोरोना के कारण हरियाणा में पहली से 12वीं कक्षा तक स्कूल बंद किए गए हैं, जिसका विरोध प्राइवेट स्कूल संचालक कर रहे हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय का कर चुके हैं घेराव
प्राइवेट स्कूल एसाेसिएशन की तरफ से शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय का घेराव किया गया था। घेराव के दौरान उनकी तरफ से सांकेतिक कार्यालय की तालाबंदी भी की गई थी। उनकी तरफ से ज्ञापन सौंपते हुए स्कूल खुले रखने और उनको बेवजह तंग नहीं करने की मांग की थी।