बर्ड फ्लू के डर से हरियाणा में घटे मुर्गियों के दाम, एक मुर्गी पर 75 से 80 रुपये का घाटा

60 प्रतिशत तक मुर्गियों की घटी मांग पोल्ट्री फार्मरों को। पोल्ट्री फार्म संचालक कोरोना काल से उभरे भी नहीं थे की बर्ड फ्लू के डर ने दे दी दस्तक। लॉकडाउन के दौरान अफवाह और लॉकडाउन के चलते मुर्गी दाना फीड नहीं पहुंचने के कारण जिंदा दफनानी पड़ी थीं लाखों मुर्गियां।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Fri, 08 Jan 2021 02:24 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jan 2021 02:24 PM (IST)
बर्ड फ्लू के डर से हरियाणा में घटे मुर्गियों के दाम, एक मुर्गी पर 75 से 80 रुपये का घाटा
मुर्गे-मुर्गियों की मौत के बाद से पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े दूसरे लोगों में डर बढ़ गया है।

हिसार/भिवानी [मदन श्‍योरान]। पहले कोरोना के डर से लोगों ने चिकन और अंडा खरीदना बंद कर दिया था। अब पिछले तीन-चार महीने से धंधा ठीक चल रहा तो अब बर्ड फ्लू आ गया है। ऐसे ही चलता रहा तो पोल्ट्री फार्म बंद हो जाएंगे। पोल्ट्री फार्म संचालक संजय जोगी ने बताया कि दूसरे राज्यों में पिछले दो-तीन दिनों में पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की मौत हुई है। मुर्गे-मुर्गियों की मौत के बाद से पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े दूसरे लोगों के अंदर डर बढ़ गया है।

साल 2020 की शुरुआत में कोरोना वायरस की अफवाहों के चलते पोल्ट्री उद्योग पूरी तरह से बर्बाद हो गया था। बहुत से मुर्गी फार्म बंद हो गए थे। लॉकडाउन खत्म होने के बाद कुछ फार्म फिर से शुरू हुए थे। लेकिन अब एक नई मुसीबत आ गई है। कोरोना काल के दौरान लगे लॉकडाउन में जब मुर्गियों को फीड नहीं मिल रही थी, तब हमने लोगों को फ्री में मुर्गियां दी थीं। लेकिन फिर भी लोग लेने को तैयार नहीं थे। आखिर में हमने लाखों मुर्गियां जिंदा दफना दी थीं।

एक अफवाह से बर्बाद हो ती है 6 महीने की मेहनत

लॉकडाउन खुलने के बाद जब थोड़ी राहत मिली तो कारोबारियों ने बैंक से लोन कर्जा आदि लेकर कारोबार दोबारा शुरू किया। लगन में कारोबारियों की थोड़ी कमाई हुई तो अब बर्ड फ्लू के आहट से कारोबारियों की सांसें अटकी हुई हैं। पोल्ट्री एसोसिएशन के भिवानी के जिला प्रधान युद्धवीर अहलावत बताते हैं कि मुर्गी पालन में कई फेज होते हैं। छह महीने के निवेश के बाद उत्पादक के पास रकम पहुंचती है। चंद घंटों की अफवाह में करोड़ों रुपये की बर्बादी हो जाती है। शायद ही किसी अन्य उद्योग से भिवानी जिले में 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला हो। इसके बाद सरकार भ्रम और अफवाह को लेकर सतर्क नहीं है।

बर्ड फ्लू का कीमतों पर असर

बर्ड फ्लू की आहट का असर कीमतों पर दिखने लगा है। पोल्ट्री कारोबारी पवन ओबरा कहते हैं कि मुर्गे की कीमत आज 90 से 95 रुपये से गिरकर 42 से 47 रुपये पहुंच गई है। बर्ड फ्लू को लेकर सरकार की तरफ से स्पष्टीकरण नहीं आया तो पोल्ट्री फार्म एक बार फिर पूरी तरह तबाह हो जाएगा।

मुर्गी फार्म से 10000 लोगों को मिल रहा है भिवानी जिले में रोजगार

भिवानी जिले में मुर्गी फार्म से लेकर कारोबार में जुड़े करीब 10 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला हुआ है। एक फार्म 5 से लेकर 40 लोगों को रोजगार मिलता है।

इस समय पोल्ट्री मालिकों को हो रहा भाहरी नुकसान

पोल्ट्री एसोसिएशन के जिला प्रधान युद्धवीर अहलावत ने बताया कि इस समय भिवानी जिले में करीब 8 से 10 लाख मुर्गियां तैयार हैं। लेकिन दिल्ली जयपुर की मंडियों में 60 से 65 प्रतिशत डिमांड घट गई है। मंडी का भाव भी 45 से 50 का है। जबकि एक मुर्गी पर 145 से 160 रुपये का खर्चा हो गया है। इस तरह से रोज मुर्गियों का खर्चा बढ़ता जा रहा है और पोल्ट्री कारोबारियों की चिंता बढ़ती जा रही है।

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