President Ram Nath Kovind सूई गांव को देख हुए गदगद, ग्रामीणों को राष्ट्रपति भवन आने का दिया न्योता
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हरियाणा की धरती हमेशा इतिहास बनाती आई है। इसी धरती पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का संदेश दिया था। जो आज तक प्रासंगिग हैं। गीता को पढ़ने के बाद उसकी अनुपालना भी की जाती है। हरियाणा एक कर्म और धर्म की भूमि है।
जागरण संवाददाता, भिवानी। भिवानी में स्वप्रेरित सूई गांव में विकासकार्यों से प्रसन्न हो पहुंचे राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द गांव को देख गदगद हो गए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा गांव सूई में कई विकास कार्यों का लोकापर्ण करने पहुंचा हूं। इस गांव को आदर्श बनाया गया है। हरियाणा की धरती हमेशा इतिहास बनाती आई है। इसी धरती पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का संदेश दिया था। जो आज तक प्रासंगिग हैं। गीता को पढ़ने के बाद उसकी अनुपालना भी की जाती है। हरियाणा एक कर्म और धर्म की भूमि है। हरियाणा की धरती को जय जवान और जय किसान का नारा दिया गया, क्योंकि यहां किसान के साथ हर गावं से सेना में जवान भी हैं। हरियाणा की संस्कृति का एक अलग ही इतिहास है।
यहां बेटियों की गाथा गूंजती है, इसमें एक सुषमा स्वराज हैं, जिन्हें मैनें हाल में ही पदम विभूषण से सम्मानित किया है। दूसरी कल्पना चावला है जिसने धरती से लेकर आसमान तक ऊंचाई हासिल की। अंतरिक्ष यान पर कल्पना चावला का नाम लिखा हुआ है। हरियाणा का धरती से लेकर अंतरिक्ष तक बोल बाला है। बेटियों के लिए हमें संकोच नहीं करना चाहिए और उनकी हौसला अफजाई करनी चाहिए।
वे हरियाणा का नाम उपर लेकर जा रही हैं। इसमें संतोष यादव, दीपा मलिक, गीता बबीता, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक नाम शामिल हैं। जिन्होंने खेल में दुनिया में देश का मान ऊंचा किया। 2021 में ओलंपिक में हरियाणा के बेटे नीरज चोपड़ा ने देश का नाम सोना जीतकर रोशन किया। चार दिन पहले उन्होंने हरियाणा के 72 खिलाड़ी और प्रशिक्षकों को सम्मानित किया जिसमें 16 खिलाड़ी और प्रशिक्षक हरियाणा के थे। यह कुल का 22 फीसद और देश का पांचवा हिस्सा है। यहां पर कहावत है, मेरा हरा भरा हरियाणा, जित दूध दही का खाणा। सूई गांव ने भी इस कहावत को चरितार्थ किया है।
पहलवान सज्जन सिंह ने कुश्ती में नाम कमाया, इन्हें मैनें ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित किया है। सरकार ने जो सुविधाएं गांव को दी हैं उनका ग्रामीण भरपूर फायदा उठाएं। ताकि हरियाणा का नाम भारत में रोशन हो सके। राष्ट्र का आधार गांव हैं। हरियाणा सरकार के काम की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा में 205 ऐसे गांव है जो स्वप्रेरित होंगे। श्री कृष्ण जिंदल का योगदान सराहनीय है। अन्य लोगों को भी इनसे प्रेरित होना चाहिए और गांवों का विकास करना चाहिए। इससे देश आगे बढ़ेगा।
सर छोटूराम ने किसानों के लिए लंबी लड़ाई लड़ी और हक भी दिलवाया। उनकी 24 नवंबर को जयंती है। इसके लिए सभी हरियाणावासियों को अग्रिम बधाई दे रहा हूं। भिवानी देश का एकमात्र जिला है जहां देश के दो राष्ट्रपति गांव को देखने के लिए आए हैं। इससे पहले 2007 में एपीजे डा. अब्दुल कलाम भिवानी के गांव तिलंगा को देखने पहुंचे थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत गांव में बसता है। वे अपने पृतक गांव जून महीने में गए थे और गांव की धरती को चूमा था। मैं आज गांव की बदौलत ही मैं राष्ट्रपति पद तक पहुंचा हूं। गांव मेरे हृदय में बसता है। जननी और जन्मभूमि का कर्ज कभी नहीं उतार सकते।
सभागार में संबोधन के बाद राष्ट्रपति बाहर बने हुए दूसरे मंच पर पहुंचे, यहां उन्होंने ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए सूई गांव के ग्रामीणों को न्योता देते हुए कहा कि वे सब राष्ट्रपति भवन देखने के लिए जरूर आएं। राष्ट्रपति ने कहा कि बेटियां बेटों की तुलना में ज्यादा संवेदनशील होती हैं। उनके कंधों पर दो परिवारों की जिम्मेदारी होती है। इसलिए बेटियों की ज्यादा देखभाल करनी चाहिए। मंच पर संबोधन के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द राजकीय स्कूल में लैब का लोकापर्ण करने के लिए चले गए। इसके बाद झील के किनारे लंच किया और करीब ढाई तीन घंटे बिताने के बाद वापस लौट गए, राष्ट्रपति ने खाने को भी सराहा।