एसकेएम की कमेटी का बड़े स्तर पर विरोध की तैयारी, एमएसपी की मांग पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन

पांच सदस्यीय कमेटी का अब हरियाणा के किसान नेताओं ने बड़े स्तर पर विरोध करने की तैयारी शुरू कर दी है। हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि उन्हें कमेटी नहीं बल्कि एमएसपी चाहिए। एमएसपी की मांग पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 07:56 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 07:56 AM (IST)
एसकेएम की कमेटी का बड़े स्तर पर विरोध की तैयारी, एमएसपी की मांग पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
एमएसपी पर हरियाणा के किसान नेता किसी भी तरह की कमेटी का गठन न करने पर अड़े

जागरण संवाददाता, बहादुगरढ़: संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से गठित पांच सदस्यीय कमेटी का अब हरियाणा के किसान नेताओं ने बड़े स्तर पर विरोध करने की तैयारी शुरू कर दी है। हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि उन्हें कमेटी नहीं बल्कि एमएसपी चाहिए। ऐसे में एमएसपी की मांग पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। पंजाब के किसान अगर यहां से चले गए तो हरियाणा के किसानों की ओर से बार्डर खाली नहीं किया जाएगा।

किसान नेता जगबीर घसौला ने टीकरी बार्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्य कमेटी के नेताओं के पुतले जलाने का समर्थन करते हुए कहा कि देश का किसान लाभप्रद मूल्य के साथ दाना-दाना खरीद गारंटी कानून की मांग करता है। जगबीर घसौला ने कहा कि सिंघु बार्डर पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करने वाले किसानों का समर्थन भी उनके बीच जाकर किया जाएगा।

हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता विकल पचार, सुखदेव सिंह विर्क, संदीप शास्त्री, रणबीर फौजी, दलबीर सिंह ने भी कहा कि अगर मोर्चा इस कमेटी को वापस नहीं लेता है तो आने वाले समय में हरियाणा के सभी जिलों के अंदर कमेटी का पुतला दहन करते हुए बहिष्कार किया जाएगा और किसान आंदोलन को मजबूत करते हुए एमएसपी की मांग पूरी करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के कुछ नेता अनाप-शनाप बयान देकर एमएसपी की मांग से जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं।

मगर हरियाणा प्रदेश के सभी किसान संगठन एमएसपी की मांग को लेकर मजबूती के साथ लड़ेंगे। जब तक एमएसपी की मांग पूरी नहीं की जाती, हरियाणा के किसानों द्वारा दिल्ली के किसी भी बार्डर को खाली नहीं किया जाएगा। इसके लिए किसान नेताओं ने प्रदेश के किसानों से आह्वान किया है कि वे बार्डरों पर भारी संख्या में पहुंचे। अगर पंजाब के किसान यहां से चले जाए तो भी उनका आंदोलन एमएसपी की मांग पूरी होने तक जारी रहेगा।

chat bot
आपका साथी