बहादुरगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी, वैक्सीन से पहले करवाना होगा कोरोना टेस्ट
अब वैक्सीन लगवाने से पहले कोरोना टेस्ट जरूरी किया गया है। इसके जरिये यह पता लगाया जा रहा है कि जिन लोगों में कोरोना का कोई लक्षण नहीं है उनमें से कितने फीसद को यह महामारी संक्रमित कर चुकी है।
बहादुरगढ़, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है। इसके लिए अब वैक्सीन लगवाने से पहले कोरोना टेस्ट जरूरी किया गया है। इसके जरिये यह पता लगाया जा रहा है कि जिन लोगों में कोरोना का कोई लक्षण नहीं है, उनमें से कितने फीसद को यह महामारी संक्रमित कर चुकी है। अभी अस्पताल में टेस्ट करवाने के लिए वही लोग पहुंच रहे हैं, जो या तो बीमार हैं या फिर जिनके घर में कोई संक्रमित हो चुका है या फिर जिनको यह टेस्ट किन्हीं कारणों से करवाना पड़ रहा है।
अभी तक ऐसा कुछ नहीं था कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए भी कोरोना टेस्ट करवाना पड़े, लेकिन अब ऐसा किया गया है। बहादुरगढ़ में रोजाना सभी आयु वर्ग के मिलाकर 700 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। सिविल अस्पताल में 18 से 44 साल के नागरिकों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। स्पेशल कैंप भी लग रहे हैं। जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्राें पर 45 वर्ष से ऊपर वालों के लिए कैंप लगाए जा रहे हैं।
हर बिंदू पर चल रही है तैयारी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह तय मान रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आएगी। ऐसे में हर बिंदु पर तैयारी चल रही है। सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। वहीं अब वैक्सीन लगवाने से पहले कोरोना का टेस्ट करवाने की प्रक्रिया के जरिये यह आंकलन होगा कि रोजाना जितने लाेगों को वैक्सीन लगाई जा रही है, उनमें से कितने फिलहाल इस संक्रमण से पीड़ित हैं और उनमें कोई भी लक्षण नहीं है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जिन लोगों को कोरोना का कोई लक्षण नहीं होता, उन्हें यह भी आभास नहीं होता कि वे संक्रमित हैं। मगर ऐसे लोग कोरोना कैरियर बने होते हैं। उनके जरिये ये संक्रमण ज्यादा आसानी से फैलता है।
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वैक्सीन से पहले कोरोना टेस्ट करवाने का उद्देश्य यही देखना है कि बगैर लक्षण वाले कोरोना संक्रमित फिलहाल कितने हैं। इससे विभाग को वास्तविक स्थिति का अंदाजा हो सकेगा। उसी आधार पर तीसरी लहर से निपटने की तैयारी होगी।
--डा. सुंदरम कश्यप, नोडल आफिसर, बहादुरगढ़