Politics News: सिरसा में जनसरोकार रैली को लेकर दिग्विजय चौटाला ने किया गांवों का दौरा, लोगों को दिया निमंत्रण
ऐलनाबाद की जनता ने जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला व उन्हें जो प्यार व सम्मान दिया है वे सदैव उसके ऋणी रहेंगे। उन्होंने कहा कि तीन साल पूर्व प्रदेशवासियों ने जो पौधा जेजेपी के रूप में लगाया था।
हिसार, जागरण संवाददाता। सिरसा में जननायक जनता पार्टी के प्रदेश के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि जिस प्रकार जींद की धरती पर प्रदेशवासियों के आशीर्वाद से जेजेपी के स्थापना दिवस पर रिकार्ड तोड़ रैली की थी। अब एक बार फिर पार्टी के तीसरे स्थापना दिवस पर चौ. देवीलाल की कर्मभूमि रही झज्जर में नौ दिसंबर को पुन: विशालकाय रिकॉर्डतोड़ रैली जनसरोकार दिवस के रूप में आयोजित की जाएगी जिसमें ऐलनाबाद हलके के लोगों की भागेदारी सबसे ज्यादा होगी।
जनसरोकार रैली का निमंत्रण दे रहे
ऐलनाबाद हलके के अपने दो दिवसीय जनसंपर्क कार्यक्रम के तहत गांव जमाल, गुडियाखेड़ा, हंजीरा, कागदाना, चाहरवाला, गुसांईआना, कुम्हारिया इत्यादि दर्जनभर गांवों में ग्रामीण सभाओं को संबोधित कर उन्हें जनसरोकार रैली का निमंत्रण दे रहे थे। इस दौरान गांव जमाल में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि ऐलनाबाद उनका परिवार है। ऐलनाबाद की जनता ने जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला व उन्हें जो प्यार व सम्मान दिया है, वे सदैव उसके ऋणी रहेंगे। उन्होंने कहा कि तीन साल पूर्व प्रदेशवासियों ने जो पौधा जेजेपी के रूप में लगाया था वह आज एक वटवृक्ष का रूप ले चुका है।
ये लोग रहे मौजूद
दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि आज जन आशीर्वाद से दुष्यंत सिंह चौटाला को उपमुख्यमंत्री के तौर पर कार्य कर रहे हैं मगर हम सभी को जल्द ही उन्हें प्रदेश का मुख्यमंत्री भी बनाना है ताकि प्रदेशवासियों के हितों के लिए चलाए जा रहे कार्य पहले से कहीं अधिक तेजी से हो सकें। इस अवसर पर जेजेपी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अशोक शेरवाल, प्रधान महासचिव डॉ. राधेश्याम शर्मा, जेजेपी जिलाध्यक्ष सर्वजीत मसीतां, जिला प्रभारी सुरेंद्र बैनीवाल, जिला कार्यालय सचिव डा. हरि सिंह भारी, जमाल के निर्वतमान सरपंच नंदलाल बैनीवाल, रणजीत बाना, अंजनी लढ़ा, अनिल कासनिया, सुखमंदर सिहाग, प्रेम कुकरेजा, डा. यज्ञदत्त वर्मा मौजूद थे।