हिसार में पुलिस ने बाइक सवार को कुचल बना दिया हादसा, तीन पुलिसकर्मियों पर हत्‍या का केस दर्ज

हांसी पुलिस का दिखा अमानवीय चेहरा घायल का हाथ खींचकर उठाता रहा पुलिसकर्मी। पुलिस कर्मचारियों पर हत्या व एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 05:13 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 05:13 PM (IST)
हिसार में पुलिस ने बाइक सवार को कुचल बना दिया हादसा, तीन पुलिसकर्मियों पर हत्‍या का केस दर्ज
हिसार में पुलिस ने बाइक सवार को कुचल बना दिया हादसा, तीन पुलिसकर्मियों पर हत्‍या का केस दर्ज

हांसी (हिसार) जेएनएन। हांसी में जींद चुंगी पर पुलिस से बचकर भागने का प्रयास कर रहे बाइक सवार युवक गगन खेड़ी निवासी रविंद्र को पीसीआर ने कुचल दिया। गंभीर रूप से घायल रविंद्र ने इलाज के दौरान हिसार में दम तोड़ दिया। हादसे के बाद हांसी पुलिस अपने साथियों को बचाने के लिए मामले को दबाने में लगी रही। जब स्वजन सिविल अस्पताल हिसार में विरोध में आए तो पुलिस ने सड़क हादसे में रविंद्र की मौत दिखाते हुए पोस्टमार्टम करवा दिया।

हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद हांसी पुलिस का अमानवीय चेहरा भी सामने आया। फुटेज में पीसीआर का ही एक पुलिसकर्मी युवक के कुचले जाने के बाद उसे एक हाथ से जबरन पकड़कर खींच रहा है। युवक घायल होने के कारण वापस गिर जाता है। इसके बाद पुलिस खुद को फंसता देख युवक को सरकारी अस्पताल दाखिल करवाकर वापस आ गई। रविंद्र की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे हिसार रेफर कर दिया। हिसार के अस्पताल में इलाज के दौरान घायल ने दम तोड़ दिया।

रविंद्र की मौत के बाद स्वजनों ने हिसार के नागरिक अस्पताल में हांसी डीएसपी विनोद शंकर सहित हांसी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद घटनास्थल की एक सीसीटीवी फुटेज परिजनों के हाथ लगी, जिसके बाद परिवार भड़क गया। आरोपित पुलिस कर्मचारियों पर हत्या का मामला दर्ज करने व गिरफ्तारी की मांग करते हुए परिजनों ने शव हांसी लघु सचिवालय के समक्ष रखा और धरने पर बैठ गए। परिजनों के विरोध को देखते हुए पुलिस बैकफुट पर आई व देर शाम पीसीआर में तैनात तीन पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ हत्या व एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया। साथ ही पीसीआर पर तैनात ईएएसआइ राजबीर, सिपाही उमेश और सिपाही जगबीर को लाइन हाजिर कर दिया।

एफआइआर में नहीं था पीसीआर से कुचलने का जिक्र

हांसी पुलिस ने अपने साथियों को सड़क हादसे की एफआइआर में पूरी तरह से बचाने का प्रयास किया। पहले दर्ज मामले में पुलिस ने मृतक के पिता राममेहर के बयान में लिखा है कि उनका बेटा शनिवार शाम को घर जा रहा था तो उस दौरान पीसीआर पीछे लगी हुई थी। उस घबराहट के कारण उनके बेटे की मोटरसाइकिल बिजली के खंभे से टकरा गई और दुर्घटना हो गई। उसके सिर में चोट लगी। पीसीआर के कर्मचारियों ने उसे दाखिल करवाया लेकिन हिसार रेफर होने पर डाक्टरों ने वहां मृत घोषित कर दिया। इस एफआइआर में पुलिस ने साथियों को बचाते हुए कहीं भी पीसीआर द्वारा कुचलने की बात का जिक्र तक नहीं किया है। सीसीटीवी फुटेज का पता चलने पर पुलिस वाले काफी बार उस फैक्ट्री संचालक के पास भी गए लेकिन उसने फुटेज देने से मना कर दिया। बाद में संबंधित अधिकारी को वह फुटेज दी गई।

प्रत्यक्षदर्शी: मेरे सामने हुआ हादसा

हांसी की जगदीश कालोनी निवासी सविता काजल ने कहा कि वह पैदल घर जा रही थी। जींद चुंगी पर उनके सामने ही एक युवक बाइक पर जा रहा था, जिसकी पीसीआर से टक्कर हो गई थी। जब वह पास पहुंची तो वह सड़क पर पड़ा था और भीड़ हो गई थी।

गिरते ही सिर से गुजरा पीसीआर का पिछला टायर

सीसीटीवी में दिख रहा है कि बाइक सवार रविंद्र काफी तेजी से भागता है। पुलिस कर्मचारियों ने पीसीआर पीछे लगाई तो सड़क के साइड में लगे खंभे और पीसीआर के बीच से निकलने में कोई जगह नहीं थी। सीधा रविंद्र का सिर खंभे से टकराकर वह सड़क पर गिरता है। पीसीआर भी इतनी स्पीड में है कि उसका पीछला टायर युवक के सिर के ऊपर से गुजर जाता है। उसी दौरान पीछे पैदल भाग कर आ रहा पीसीआर का एक पुलिस कर्मचारी रविंद्र को एक हाथ से उठाता है।

तीन पुलिस कर्मचारी लाइन हाजिर

आरोपित पुलिस कर्मचारियों को लाइन हाजिर करते हुए उनके खिलाफ हत्या व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। अभी प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि पुलिस चालान काट रही थी और इससे बचकर युवक भाग रहा था। लेकिन अभी जांच जारी है और विस्तृत जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।

- लोकेंद्र सिंह, एसपी, हांसी।

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