PM Kisan Samman Nidhi : योजना का गलत लाभ उठाने वाले फर्जी किसान सावधान, अब वापस करने होंगे पैसे

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ कुछ व्यवसायी किसानों के साथ नौकरी पेशा किसानों ने भी उठाना शुरू कर दिया। आनलाइन सिस्टम में ये पूंजीपति किसान सरकार की राडार में आ गए। ऐसे में अब उनसे रुपये वसूली का अभियान शुरू कर दिया है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 05:24 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 05:24 PM (IST)
PM Kisan Samman Nidhi : योजना का गलत लाभ उठाने वाले फर्जी किसान सावधान, अब वापस करने होंगे पैसे
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का गलत लाभ लेने वालों से होगी रिकवरी।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना जरूरतमंद किसानों के लिए शुरू की थी, ताकि उन्हें आर्थिक स्थित संभल सके। परंतु इसका लाभ कुछ व्यवसायी किसानों के साथ नौकरी पेशा किसानों ने भी उठाना शुरू कर दिया। आनलाइन सिस्टम में ये पूंजीपति किसान सरकार की राडार में आ गए। ऐसे में अब उनसे रुपये वसूली का अभियान शुरू कर दिया है। जरूरतमंद किसान बनकर जिन किसानों ने आवेदन किए थे, अब उन सभी को नोटिस भेज कर रुपये भेजने के निर्देश दिए है। यदि किसान नोटिस के उपरांत भी रुपये नहीं भरेंगे तो उन्हें ब्याज सहित रुपये भरने होंगे।

टैक्सपेयर होने के बाद भी उठा रहे थे योजना का लाभ

जिले में ऐसे 1092 किसानों की पहचान हुई हैं। जो टैक्सपेयर होने के बाद भी योजना का लाभ उठा रहे थे। अब इनकी आगामी किस्त इनके खाते में न जाए। इसके लिए इनकी आइडी को बंद कर दी है। इतना नहीं नहीं सरकार द्वारा जारी किए गए करीब 96 लाख 72 हजार रिकवरी के लिए लगातार फोन करने के साथ नोटिस भी भेजे गए है। जिसके बाद हरकत में आए 30 टैक्सपेयर ने करीब 2 लाख रुपये जमा भी कर दिए हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सभी से पाइ-पाइ वापस ली जाएगी।

किसानों के आवेदन हुए थे रद

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा फरवरी 2019 में शुरू की गई प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना से जिले के 1 लाख 81 किसानों ने आवेदन किया। इनमें से शुरूआत में ही विभाग ने 316 किसानों के आवेदन को गलत मानते हुए रद कर दिया। वहीं 1092 किसान बाद में जांच में पकड़ में आए। अब जिले के 98 हजार 673 किसानों को सालाना 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। जो प्रति वर्ष 59 करो 20 लाख 38 हजार रुपये बनते हैं। प्रति वर्ष जिले में किसानों के लिए इतने करोड़ की योजना शुरू नहीं होती। 

बैंक मर्ज होने से भी किसान परेशान

केंद्र सरकार ने कई बैंक मर्ज कर दिए। इसका असर योजना के लाभ लेने वाले लोगों पर पड़ा। बैंक खाते व आइएफएससी कोड बदलने से उनके खाते में रुपये नहीं जा रहे। करीब 5 हजार किसानों को बैंक मर्ज होने के बाद अपने नए खाते निकटवर्ती कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर अपडेट करवाने होंगे। इसके लिए किसानों को लगातार फोन करने के बाद भी किसान खाते अपडेट नहीं कर रहे। ऐसे में उन्हें आगामी महीने आने वाली किस्त मिलने में परेशानी होगी। जो अक्टूबर में आएगी।

साफ्टवेयर में तकनीकी परेशानी से नए किसान नहीं जुड़ रहे

पिछले कुछ महीनों से नए किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में शामिल नहीं किया जा रहा है। नए किसानों ने योजना से लाभ लेने के लिए 6410 आवेदन किए हुए है। लेकिन साफ्टवेयर में नए किसानों के फार्म अपलोड नहीं हो रहे। ऐसे में इन किसानों को अभी योजना का लाभ मिलना शुरू नहीं किया।

दंपति के साथ किसान की मृत्यु होने पर लिया लाभ तो होगी कार्रवाई

जो किसान दंपति यानी पत्नी व पति दोनों ने जमीन नाम होने की वजह से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठाया हुआ है तो उन पर कार्रवाई होगी। नियमानुसार दोनों में से एक ही सरकार की योजना का पात्र हो सकता है। इसी तरह किसी किसान की मौत हो गई, लेकिन उसके स्वजनों ने मृत्यु प्रमाण पत्र देने की बजाए लाभ ले रहे है तो उन से भी रिकवरी की जाएगी। नोडल अधिकारी का कहना है कि ऐसे लोगों की सूचना संबंधित अधिकारियों को दे, ताकि उन पर कार्रवाई जा सके।

15 हजार किसान 5 एकड़ से अधिक जमीन वाले

सरकार प्रति वर्ष जिन 98 हजार 673 किसानों को सालाना 6 हजार रुपये दे रही हैं। उनमें से 15 हजार किसान ही 5 एकड़ अधिक जमीन के मालिक हैं बाकि किसानों के 5 एकड़ जमीन से कम है। ऐसे में सरकार के पास किसानों का आंकड़ा योजना के मार्फत आसानी से पहुंच गया। 5 एकड़ वाले किसानों की आर्थिक हालत बेहद नाजुक है। इन किसानों को आजीविका चलाने के लिए खेती के अलावा प्राइवेट नौकरी के अलावा अन्य काम करना ही पड़ता है। तभी इनका गुजारा हो पाता है।

नकद देने की बजाए बांध व कृषि आधारित उद्योग पर रुपये खर्च करे सरकार

किसान नेता कल्याण सिंह का कहना है कि किसान प्रति वर्ष देश में 60 से 70 हजार करोड़ किसानों को नकद प्रोत्साहन के नाम पर खर्च कर रही है। इसकी बजाए सरकार किसानों के लिए बांध बनाने, सिंचाई सुविधा बेहतर करने व कृषि आधारित उद्योग लगाने पर रुपये खर्च करे तो इसका किसानों को अधिक लाभ मिलेगा। मैं भी छोटा सा किसान हूं। पिछले 10 साल से हमारा खाल टूटा हुआ है। लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारी नहीं बना रहे। कभी कहते है काडा बनाएगा, कभी बजट का बहाना बना देते है।

सरकार की बेहतरीन योजना, किसानों को मिला लाभ

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. राजेश सिहाग ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना सरकारी की बेहतरीन योजना है। जिले के 98 हजार से अधिक किसान इसका लाभ ले रहे हैं। जो टैक्सपेयर किसान थे। उनके सम्मान निधि के रुपये वापस लिए जाएंगे। इसके लिए नोटिस जारी कर दिए है। मेरा किसानों से आग्रह है कि जिनका बैंक मर्ज हो गया वे नए खाते की कापी की छायाप्रति व आधार कार्ड निकटवर्ती कृषि कार्यालय में जमा करवाए, ताकि उनको योजना का लाभ निरंतर मिलता रहे।

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