बिना अकाउंट के बैंक ने दे दिया 10 लाख का लोन, अब पकड में आया फर्जीवाडा

हिसार जेएनएन। हिसार के आर्य नगर स्थि‍त सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के अधिकारियों ने बिना खाता खोले ही 10 लाख रुपये का लोन जारी क

By manoj kumarEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 02:48 PM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 02:48 PM (IST)
बिना अकाउंट के बैंक ने दे दिया 10 लाख का लोन, अब पकड में आया फर्जीवाडा
बिना अकाउंट के बैंक ने दे दिया 10 लाख का लोन, अब पकड में आया फर्जीवाडा

हिसार, जेएनएन। हिसार के आर्य नगर स्थि‍त सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के अधिकारियों ने बिना खाता खोले ही 10 लाख रुपये का लोन जारी कर दिया और इस राश‍ि को जिस खाते में डाला गया है। उसमें से किसी ने 8 लाख का राश‍ि भी निकाल ली है। इस फर्जीवाडे का पता तब चला जब बैंक मैनेजर ने महिला के खिलाफ शिकायत दी।

फतेहाबाद के गोरखपुर की रहने वाली है महिला

फतेहाबाद के गोरखपुर गांव की महिला बबीता ने आजाद नगर थाना में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक षडयंत्र रचने का केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। महिला का कहना है कि उन्होंने गांव आर्यनगर के सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक में कभी खाता नहीं खुलवाया। फिर कैसे लोन के नाम पर उनके फर्जी खाते में रकम डालकर और निकालकर जालसाजी की गई।

बैंक के पास नहीं है पीडिता का खाता खोलने वाला फार्म

बबीता ने पुलिस को शिकायत देकर कहा कि 15 नवंबर 2011 को बैंक में मेरे नाम पर फर्जी खाता खोला गया था। उस खाते से अगले दिन प्लाट के नाम पर 10 लाख रुपये का लोन पास कर आठ लाख रुपये की नकदी निकाली दर्शाई गई है। महिला का कहना है कि 3 अप्रैल 2018 को आरटीआइ के माध्यम से सूचना मांगी तो पता चला कि बैंक के पास खाता खोलने का फार्म ही नहीं है। महिला का कहना है कि उन्होंने कभी बैंक में खाता नहीं खुलवाया। उन्होंने कहा कि प्रबंधक ने मार्च 2018 में मेरे नाम से एक शिकायत की थी।

जींद के व्‍यक्ति से किया था प्‍लाट बेचने का करारनामा

बताया गया था कि मेरे नाम पर एक प्लाट है। मैंने जींद के देवेंद्र नामक आदमी को प्लाट बेचने का करारनामा किया है। उस प्लाट पर 10 लाख रुपये का लोन दर्शाकर अगले दिन आठ लाख रुपये नकदी निकाल ली गई बताई गई है।

नार्को टेस्ट कराने का तैयार हूं- पीडिता

गोरखपुर की बबीता का कहना है कि न उसने कभी खाता खुलवाया और न उसने देवेंद्र नामक आदमी से किसी प्लाट का करारनामा किया था। मेरे नाम से खोले गए फर्जी खाते को बंद किया जाए और बैंक के जिस कर्मचारी की भूमिका मिले, उस पर कार्रवाई की जाए। महिला का कहना है कि वह अपना नार्को टेस्ट कराने को तैयार है। मामले की गहराई से जांच कर आरोपित पकड़े जाएं।  

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