एयरपोर्ट पर रनवे के नीचे छह जगह डलेंगी पाइप कल्वेट, आइआइटी गुवाहाटी से ड्राइंग पास
रनवे पर लगेंगी जीपीएस कनेक्टिग लाइटें विमान की निर्धारित दूरी पर अपने आप होंगी आन।
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- रनवे पर लगेंगी जीपीएस कनेक्टिग लाइटें, विमान की निर्धारित दूरी पर अपने आप जलेंगी
- जीपीएस आधारित लाइटें लगाने के लिए रनवे के आर-पार पाइप कल्वेट डलेंगे
- हिसार एयरपोर्ट पर रनवे का अब तक करीब 35 फीसद काम हो चुका है पूरा चेतन सिंह, हिसार
एयरपोर्ट पर रनवे का काम तेजी से चल रहा है। अब तक 35 फीसद का काम पूरा हो चुका है। अब रनवे के नीचे छह कल्टेव पाइप डाली जाएगी। इसका डिजाइन आइआइटी गुवाहाटी से पास करवाया गया है। कल्टेव पाइप रनवे पर लाइटें लगाने के लिए अंडर रनवे डाले जाते हैं। इसके बाद कैट लाइटिग लगाई जाएगी। यह लाइटें जीपीएस आधारित होंगी। विमान की दूरी का आंकलन कर यह लाइटें अपने आप जगमग हो जाया करेंगी। एयरपोर्ट विस्तार के दूसरे चरण में रनवे और एप्रैण काम किया जा रहा है।
एयरपोर्ट अथोरिटी आफ इंडिया ने एप्रैण की लंबाई और चौड़ाई को कम कर दिया है। अब यहां 50 हजार स्कवेयर मीटर का एप्रैण तैयार किया जाएगा। इस एप्रैण में 80 मीटर विग के चार से पांच जहाज आसानी से खड़े हो सकते हैं। एप्रण का डिजाइन भी अप्रूव हो चुका है। एप्रैण वह जगह होती है जहां रनवे पर प्लेन के उतरने के बाद उसका ठहराव किया जाता है। एप्रैण के पास ही ड्राइपोर्ट बनाया जाएगा। जहां माल वाहक जहाजों के सामानों की लोडिग-अनलोडिग होगी। एयरपोर्ट पर बनेगा एक और टर्मिनल, आर्किटेक्ट हायर करेगी एएआइ
वहीं दूसरी ओर एयरपोर्ट अथोरिटी आफ इंडिया ने करीब दो लाख सालाना यात्रियों के हिसाब से एयरपोर्ट पर टर्मिनल बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए अथोरिटी की तरफ से जल्द ही आर्किटेक्ट हायर किया जाएगा। इसके बाद टर्मिनल को लेकर पूरी प्लानिग की जाएगी। वहीं दूसरी ओर रायपुर स्टेशन तक कारगो लाइन बिछाने की डीपीआर को अप्रूवल मिल चुकी है। इसके लिए भी टेंडर जल्द लगाए जा सकते हैं। इसके अलावा रनवे बनाने के दौरान अक्टूबर में हिसार से बरवाला रोड बंद करने की प्लानिग है। इसके लिए पेड़ काटने की अनुमति वन विभाग से लेनी है। रनवे के बाद यह होंगे काम
- हवाई अड्डे में कैट लाइट सुविधायुक्त तीन हजार मीटर रनवे का निर्माण
- टर्मिनल बिल्डिग
- 23 मीटर चौड़ा टैक्सी ट्रैक
- पार्किंग स्टैंड
- कार्गो टर्मिनल
- फायर स्टेशन
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल बिल्डिग
- चारदीवारी, लाइट
- मेंटेनेंस बिल्डिग
- एयरपोर्ट सिक्योरिटी बिल्डिग
- डोमेस्टिक कार्गो बिल्डिग
- पावर हाउस, विद्युत प्रसारण स्टेशन
- पब्लिक पार्किंग स्पेस सहित अन्य भवनों का निर्माण होगा।
इन तीन चरणों में बनेगा एयरपोर्ट
- पहला चरण- 2 साल
- दूसरा चरण- 2 से 5 साल
- तीसरा चरण- 6 से 10 साल तीसरे चरण में जारी होगी करोड़ों की राशि
तीसरा चरण ए- 572 करोड़
तीसरा चरण बी- 1390 करोड़
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ऐसे मजबूत होगी कनेक्टविटी
रेल : हांसी-महम रेलवे लाइन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद यहां तेज गति की रैपिड ट्रेनें चलाई जाएंगी। दिल्ली से हिसार की रेललाइन की गति को और बढ़ाया जाएगा। सड़क : एनएच-9 यानि दिल्ली-हिसार नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक बढ़ने के साथ इसे आठ लेन तक बढ़ाया जाएगा। जयपुर-हिसार, हिसार-चंडीगढ़ और हिसार-दिल्ली नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक और सुचारू बनाया जाएगा।