फसल अवशेष प्रबंधन के लिए ब्लॉक स्तर पर होगा कृषि यंत्रों का भौतिक सत्यापन
जागरण संवाददाता हिसार जिला में फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर सुपर सीडर हैप्पी सीडर जीर
जागरण संवाददाता, हिसार: जिला में फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, जीरो टिल मशीन, एमबी प्लाऊ, पैडी स्ट्रा चौपर, शर्ब मास्टर/स्लैशर सुपर एसएमएस, क्रॉप रीपर तथा बेलिग मशीन के भौतिक सत्यापन का कार्य आरंभ किया जा रहा है। उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने बताया कि 21 अगस्त तक फसल अवशेष प्रबंधन के लिए कृषि यन्त्रों का ऑनलाइन आवेदन कर बिल पोर्टल पर अपलोड करवाने वाले किसानों का सत्यापन कार्य किया जाएगा।
सत्यापन के लिए ये दस्तावेज होंगे प्रयोग
इस दौरान कृषि यंत्रों के लिए वैद्य दस्तावेज जैसे हरियाणा में पंजीकृत वैद्य आरसी, पटवारी रिपोर्ट, मेरी फसल-मेरा ब्योरा पंजीकरण की प्रति, पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता नंबर की कॉपी, मशीन का बिल, ई-वे बिल, मशीन के साथ किसान की जीपीएस लोकेशन सहित फोटो एवं घोषणा पत्र आदि जांचे जाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी दस्तावेज दोहरी प्रति में जमा करवाने हैं। दस्तावेजों में त्रुटि पाए जाने पर किसान का अनुदान केस रद्द माना जाएगा। किसान अपने मूल दस्तावेज भी साथ लेकर आएं। किसान द्वारा कृषि यन्त्रों पर पक्के पेंट से अपना नाम व पता स्पष्ट व साफ शब्दों में लिखवाया होना चाहिए। किसान यह भी सुनिश्चित कर लें कि कृषि यन्त्र का सीरियल नंबर मशीन की प्लेट पर व मशीन की मैन बाडी पर खुदाई हो।
ब्लॉक वाइज कार्यक्रम
ब्लॉक
हांसी-प्रथम -1 व 2 दिसंबर तक
हांसी-द्वितीय- 3 दिसंबर
नारनौंद- 4 व 7 दिसंबर
बरवाला- 8 व 9 दिसंबर
उकलाना- 10 दिसंबर
हिसार-प्रथम- 11 दिसंबर
हिसार-द्वितीय- 14 दिसंबर
आदमपुर- 15 दिसंबर
अग्रोहा- 16 दिसंबर
कृषि यंत्रों के भौतिक सत्यापन का समय
अनाज मंडियों में कृषि यन्त्रों-मशीनों का भौतिक सत्यापन सुबह 10 से सांय 2 बजे तक किया जाएगा। भौतिक सत्यापन के समय कोविड-19 के मद्देनजर सामाजिक दूरी बनाए रखना, मास्क लगाना आदि हिदायतों का पालन करना अनिवार्य है। किसान को इस संबंध में उनके पंजीकृत मोबाइल फोन पर मैसेज भेजा जाएगा। भौतिक सत्यापन जिला स्तरीय भौतिक सत्यापन कमेटी द्वारा किया जाएगा, जिसमें उप-मंडल कृषि अधिकारी, सहायक कृषि अभियंता, हिसार सेल्स टैक्स इंस्पेक्टर एवं वरिष्ठ संयोजक केवीके सदलपुर के प्रतिनिधि शामिल होंगे। भौतिक सत्यापन कमेटी द्वारा किसान की मशीन सही पाए जाने पर ही अनुदान राशि की अदायगी की जाएगी।