चिकित्‍सक आत्‍महत्‍या मामले में PGIMS में चिकित्‍सकों की हड़ताल अभी भी जारी Rohtek news

पीजीआई में बहन की शादी में जाने के लिए छुट्टी नहीं मिलने पर पीडियाट्रिक विभाग के पीजी तृतीय वर्ष के चिकित्सक डा. ओमकार ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी।तब से चिकित्‍सक हड़ताल पर है

By manoj kumarEdited By: Publish:Sat, 15 Jun 2019 03:17 PM (IST) Updated:Sun, 16 Jun 2019 03:59 PM (IST)
चिकित्‍सक आत्‍महत्‍या मामले में PGIMS में चिकित्‍सकों की हड़ताल अभी भी जारी Rohtek news
चिकित्‍सक आत्‍महत्‍या मामले में PGIMS में चिकित्‍सकों की हड़ताल अभी भी जारी Rohtek news

रोहतक, जेएनएन। चिकित्‍सक आत्‍महत्‍या मामले में पीजीआइएमएस रोहतक में शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरूवार रात को पीडियाट्रिक विभाग के चिकित्सक द्वारा फांसी लगाने के बाद से अब तक चिकित्‍सक हड़ताल पर हैं। हड़ताल के चलते मरीज बेहाल हैं। रविवार को बारिश होने से गर्मी से राहत मिली है मगर उमस से अभी भी परेशानी बनी हुई है। यहां ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं और पीजीआई में अब मरीज भी कम पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हो गई। रविवार को ओपीडी बंद रही मगर इमरजेंसी मरीजों का आना जाना लगा रहा।

कयास लगाए जा रहे हैं कि हड़ताल साेमवार तक जारी रह सकती है, अगर ऐसा होता है तो कई मरीजों की जान जा सकती है, क्‍योंकि गंभीर मरीजों को इलाज मिलने के अभाव में ऐसा होना संभव है। शुक्रवार की तरह ही शनिवार को भी न तो ट्रामा सेंटर में इलाज हुआ और न ही ऑपरेशन हो सके। इतना ही नहीं ओपीडी भी घटकर 40 फीसद रह गई।

बता दें कि बृहस्पतिवार की देर रात पीडियाट्रिक विभाग के पीजी तृतीय वर्ष के चिकित्सक डा. ओमकार ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। चिकित्सक के आत्महत्या करने के बाद अन्य चिकित्सकों ने पीजीआइ में रातभर मांगों को लेकर हंगामा रखा। कुलपति डा. ओपी कालरा व शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा. गीता गठवाला समेत अन्य अधिकारी व चिकित्सक करीब डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर पीजी हॉस्टल पहुंचे। चिकित्सकों ने विभागाध्यक्ष डा. गीता पर एफआइआर दर्ज कराने की मांग करते हुए शव को उठाने नहीं दिया। तड़के करीब साढ़े चार बजे शव को ट्रॉमा सेंटर में रखवाया गया। इसके बाद शुक्रवार को चिकित्सकों ने हड़ताल शुरू कर दी। शिशुरोग विभागाध्यक्ष डा. गीता गठवाला के खिलाफ पीजीआइएमएस थाना पुलिस ने आत्महत्या के लिए परेशान करने का केस दर्ज किया गया है।

12 जून को हुई थी बहन की शादी

मृतक के एक साथी चिकित्सक ने बताया कि 12 जून को डा. ओमकार की बहन की शादी हुई थी। जिसमें जाने को लेकर उसकी 11 जून को विभागाध्यक्ष से कहासुनी भी हुई थी। इसके बाद भी उसे शादी में जाने के लिए छुट्टी नहीं दी गई थी। जबकि उसके घर से लगातार फोन आ रहे थे, कि शादी का इंतजाम उसे ही करना है। शादी में न जाने के चलते वह तनाव में चल रहा था। बताया कि एक दोस्त द्वारा भी अपनी बहन की शादी के लिए रोहतक से ही शॉपिंग की थी। जिसके चलते डा. ओमकार ने भी शादी के लिए रोहतक से ही शॉपिंग की थी। जिसमें बहन के लिए साड़ी समेत अन्य प्रकार के वस्त्र भी खरीदे थे।

आनन-फानन में चिकित्सकों की छुट्टियां रद

पीजीआइ के करीब 150 चिकित्सक इन दिनों गर्मी की छुट्टियों पर गए हुए थे। शुक्रवार को चिकित्सकों की हड़ताल के बाद आनन-फानन में पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के वीसी डा. ओपी कालरा ने आदेश जारी करते हुए सभी चिकित्सकों को वापस ड्यूटी पर बुला लिया। इसके बाद सभी चिकित्सकों ने अपने-अपने विभागों में बैठकर मरीजों का उपचार किया।

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